“बहु वचन” – रमेश चंद्र शर्मा

” क्या माताजी जी आप भी बड़ी कंजूस हैं ।आपकी  गांठ से पैसे छूटते ही नहीं? आजकल तो फल सब्जियां कितनी महंगी हो गई है, ऊपर से बच्चों की पढ़ाई भी”    आज सुनंदा का मूड कुछ ज्यादा ही खराब था। उसने माताजी के पेंशन की डायरी मांगी  देख ली थी । “अरे वाह रुपया तो … Continue reading “बहु वचन” – रमेश चंद्र शर्मा