बहू से उम्मीद तो दामाद से क्यों नहीं !! – मीनू झा

रेवती को समझ आ गया उसे अब क्या करना है.. क्योंकि इस मुद्दे पर जिस तरह विनीत का व्यवहार हो जाता है उसे बड़ा ही अजीब लगता है…मतलब…समझ ही नहीं पाती वो कि इतना सभ्य,सुशील संस्कारी और व्यवहारिक विनीत ऐसा क्यों करने लगता है,कारण पूछो तो कहेगा—पता नहीं क्यों मुझे अच्छा नहीं लगता…तुम उनकी बेटी … Continue reading बहू से उम्मीद तो दामाद से क्यों नहीं !! – मीनू झा