बहु से बेटी बनने का दुख – सुषमा तिवारी

Post View 1,313 पानी सर से पार भी हो जाए तो शांत रहने की कला सिर्फ एक माँ, पत्नि, बेटी, बहू के रूप में कार्यरत स्त्री जानती है। मीना उठी तो आंखे हल्की सूजी थी, साफ दिख रहा था कि रात भर सोई नहीं ढंग से। काम बहुत था, अमित ने भी छुट्टी ली थी। … Continue reading बहु से बेटी बनने का दुख – सुषमा तिवारी