बहु से बहुरानी तक – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi
मध्यमवर्गीय परिवार में आजकल रिश्तों से अधिक धन को महत्व दिया जाने लगा है।अधिकांश लड़ाई-झगड़े,कलह-क्लेश की मुख्य वजह धन ही होता है। आशुतोष जी के दो बेटे और एक बेटी है। दोनों बेटे प्रियम और प्रखर विवाहित हैं। प्रियम बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है और उसकी पत्नी निभा इंटर कॉलेज में व्याख्याता है।छोटा बेटा प्रखर … Continue reading बहु से बहुरानी तक – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi
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