बहू का फर्ज तो बेटी का कर्तव्य कुछ नहीं – संगीता अग्रवाल 

Post View 3,580 ” श्रेयश पापा को मेरी जरूरत है फिर यहां है क्या जिसका मोह हो तुम्हे !” मंजूषा अपने पति से बोली। ” तुम्हे जाना है तो जा सकती हो पर मैं नहीं जाऊंगा !” श्रेयश सपाट लहजे में बोला। ” श्रेयश मैने तुम्हारे मम्मी पापा की बीमारी में इतनी सेवा की यहां … Continue reading बहू का फर्ज तो बेटी का कर्तव्य कुछ नहीं – संगीता अग्रवाल