बहू का डर – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Post View 31 एक दिन ऐसा ही हुआ। रात में मनोहर जी को फिर से पेशाब निकल गया, और वह जल्दी से उठकर बिस्तर को साफ करने लगे, यह सोचकर कि सुबह होने से पहले ही बहू-बेटा देख लें तो नाराज़ हो जाएंगे। काजल ने बीते दिन ही नई चादर बिछाई थी, और पहले ही … Continue reading बहू का डर – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi