‘ बहिष्कार ‘ – विभा गुप्ता

आज फिर माँ ने दामिनी को बाहर जाने से रोका तो उसने कहा, ” क्यों नहीं जाऊँगी, जो होना था,वो तो हो चुका।” कहकर वो काम के लिए निकल गई।          दामिनी एक बुनाई केन्द्र में सुपरवाजर के पोस्ट पर काम करती थी।घर में माँ और एक छोटा भाई थें।कुछ साल पहले पिता काम करने की … Continue reading  ‘ बहिष्कार ‘ – विभा गुप्ता