बदरंग रिश्ते – संजय मृदुल : Moral stories in hindi

Post View 3,226 कैसी उदास सुबह है ना! होली कल ही बीती है, कितना उल्लास, कितना मस्ती भरा माहौल था कल सारा दिन और आज देखो? ऐसा लग रहा है मानो कल कोई मौत हुई हो मोहल्ले में। एक परिंदा भी पर नहीं मार रहा है। अजीब सी मनहूसीयत पसरी हुई है। चाय पीते–पीते कुसुम … Continue reading बदरंग रिश्ते – संजय मृदुल : Moral stories in hindi