बड़ों पर भरोसा – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Post View 40,018    ” स्वाति…पापा आ गये हैं…अब अपना अंशु अपने दादाजी से ही पढ़ेगा.. है ना अंशु बेटे..।” नकुल हाथ में लिया बैग ड्राइंग रूम में रखते हुए अपनी पत्नी और बेटे से कहा तो अंशु खुश होकर ‘ यस पापा..’ कहकर अपने दादाजी से लिपट गया।       नकुल के पिता विश्वनाथ बाबू कस्बे के … Continue reading बड़ों पर भरोसा – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi