बादलों में दामिनी – ज्योति अप्रतिम

Post View 1,966 **************** रातभर पानी गिरा था। झोपड़ी और उसके बाहर दूर -दूर तक पानी ही पानी नज़र आ रहा था। झोपडी में भी कमर तक पानी भर गया था।दूर तक घर के टीन और एल्युमिनियम के बर्तन बहते नज़र आ रहे थे।मंगलू और उसकी पत्नी रात भर से पानी मे दो साल की … Continue reading बादलों में दामिनी – ज्योति अप्रतिम