बड़ा भाई पिता के समान होता है – अरुण कुमार अविनाश

Post View 301 ” मैडम, छः माह की फीस बाकी है – बच्चों के हाथ कई बार नोटिस भेजा पर –।” नलिनी हताश-सी फीस क्लर्क की ओर उम्मीद से देखी। ” मेरे बस में कुछ नहीं मैडम – आप प्रिंसिपल मेम के पास जाइये।”– नलिनी के चेहरें पर वेदना के भाव देख कर फीस क्लर्क … Continue reading  बड़ा भाई पिता के समान होता है – अरुण कुमार अविनाश