बचपन वाला प्यार… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post Views: 26 Moral Stories in Hindi : “अरे मोहंती बाबू आप…और यहाँ… कभी सोचा ना था फिर मिलना होगा !” मनोहर जी अपने सामने वाले फ़्लैट के सामने खड़े शख़्स को देख कर बोले मोहंती बाबू अपना चश्मा ठीक कर आवाज़ की दिशा में घूमते हुए सोच रहे थे यहाँ अनजान शहर में कौन … Continue reading बचपन वाला प्यार… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi