बाबुल। – कामनी गुप्ता*** : Moral Stories in Hindi
Post View 3,834 मोहिनी का मन धीरे धीरे शांत हो रहा था। बहु का गुस्से भरा मुंह बात – बात पर देखकर हमेशा खुश रहने वाली मोहिनी भी असहज हो जाती थी। पति विनय से बात करके थोड़ा सुकून तो मिलता था पर अब बुढ़ापे में वो अपनी वजह से कलह नहीं चाहते थे। बेटा … Continue reading बाबुल। – कामनी गुप्ता*** : Moral Stories in Hindi
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