बाबुल। – कामनी गुप्ता*** : Moral Stories in Hindi

Post Views: 5 मोहिनी का मन धीरे धीरे शांत हो रहा था। बहु का गुस्से भरा मुंह बात – बात पर देखकर हमेशा खुश रहने वाली मोहिनी भी असहज हो जाती थी। पति विनय से बात करके थोड़ा सुकून तो मिलता था पर अब बुढ़ापे में वो अपनी वजह से कलह नहीं चाहते थे। बेटा … Continue reading बाबुल। – कामनी गुप्ता*** : Moral Stories in Hindi