बाबू –  जयसिंह भारद्वाज

Post View 5,020 दिसम्बर के पहले सप्ताह की हल्की गुलाबी ठंडक में सुबह के आठ बज रहे थे और मैं प्रयागराज जाने के लिए फतेहपुर बस अड्डे पर बस की प्रतीक्षा कर रहा था। तभी एक आठ नौ साल का बच्चा मेरे पास आया और बोला, “भूख लगी है साहब, कुछ पैसे दे दो।” मैंने … Continue reading बाबू –  जयसिंह भारद्वाज