बाबूजी की विरासत –  बालेश्वर गुप्ता

Post Views: 4  अरे रमेश बेटा जल्दी कर,वहां पहुँचने में देरी हो जायेगी।रास्ते मे ट्रैफिक भी बढ़ जाता है।      बस आया बाबूजी,जरा सब सामान चेक कर लूं,कुछ छूट ना जाये।        रमेश के पिता का वर्षो से नियम था कि वो महीने में एक बार अंतिम मंगलवार को कुष्ठ आश्रम में कुछ कपड़े ,कुछ खाने का … Continue reading बाबूजी की विरासत –  बालेश्वर गुप्ता