बाप के जतन – प्रवीण सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 573   चाय पीकर मैं अखबार पलट हीं रहा था कि अचानक मोबाईल की घंटी बजी, हलो कहने पर उधर से रोशन लाल के पुत्र की आवाज आई , अंकल दादा जी नही रहे। मेरे लिए क्योंकि उनकी तबियत लम्बे समय से खराब थी बेटा अंतिम संस्कार कब होगा आज ही 12 बजे होगा … Continue reading बाप के जतन – प्रवीण सिन्हा : Moral Stories in Hindi