अवसाद से वरदान तक – ज्योति अप्रतिम

Post Views: 7 सुनीता की जिंदगी दुखों से भर गई थी, दिशाहीन हो गई थी।आखिर वह क्या करे ?कहाँ जाए अपनी छोटी बच्ची को लेकर? आखिर क्या सोच कर पति ने खुदकुशी की ? मैं तो कारण थी ही नहीं ! किसी भी हालत  में।फिर ऐसा ग़लत कदम क्यों उठाया होगा। यही सोचते हुए उसका … Continue reading अवसाद से वरदान तक – ज्योति अप्रतिम