सौभाग्यवती – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

सुमन दी नही रही.. ये मनहूस खबर पड़ोस में रहने वाली भाभी ने दी.. और साथ में ये भी कहा मृणाल कल आएगा मुखाग्नि देने ..इसलिए मृत शरीर को अस्पताल में हीं रखा गया है….. पति धर्म पूरा करने आएगा मृणाल…तथाकथित समाज की बुजुर्ग महिलाओं के अनुसार सुमन #सौभाग्यवती #है जो पति के कंधे पर … Read more

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ये जीवन का सच है – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

 मेरे सामने मेरी बेटी पीहू के# जीवन का सच#वो भी इतना कड़वा और घिनौना सच मेरे सामने एक सवाल बन कर खड़ा है… मैं अकेली हूं पीहू के साथ.…. मेरे पति जेठ जेठानी और सास ससुर सभी मेरे खिलाफ है…. बात ये है पीहू अपने ससुराल नही जाना चाहती है… हमारा बहुत लंबा चौड़ा बिजनेस … Read more

सुख दुख का संगम – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

 पांच साल का पहाड़ सा वक्त हमने अंशुल को देखे बिना कैसे बिताया.. ये हम पति पत्नी का दिल हीं जानता है..            हमारा इकलौता बेटा.. हमारी जिंदगी का केंद्रबिंदु…अंशुल के पापा प्रतिष्ठित कंपनी के सीईओ से सेवानिवृत हुए हैं चार साल पहले… कट्टर ब्राम्हण परिवार से ताल्लुक रखते हैं हम…जनेऊ धारण करने वाले अंशुल के … Read more

आत्मसम्मान – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

जलते दीए से निकलती ज्योति से आसपास का अंधेरा तो दूर हो जाता है! पर ये भी सच है चिराग तले अंधेरा! माता पिता ने नाम तो रौशनी रखा था! पर आजीवन दूसरे की जिंदगी रौशन करते खुद अपने नाम का अर्थ भूल गई! पर अपने #आत्मसम्मान #से कभी समझौता नही किया.. रौशनी के माता … Read more

बाबुल – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

दो बहनों और एक भाई के बाद मेरा जनम हुआ था… जनम के दो महीने बाद हीं मां की मृत्यु हो गई… पापा और दादी ने कैसे मुझे पाला… थोड़ा समझदार होने पर जब दादी बताती तो आश्चर्य होता.. प्यार से मेरा नाम रखा निधि….. अपने पांचों बच्चों में पापा सबसे ज्यादा मुझे प्यार करते … Read more

बहन – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

   सुमन दी की बेटी की शादी का आग्रह भरा निमंत्रण पाकर मैं बहुत एक्साइटेड हो गई… फिर से बचपन से गुजर कर जवानी की दहलीज तक के सफर की अनमोल स्मृतियों से भरी उन गलियों में कदम रखना कितना सुखद होगा…                         रेलवे कॉलोनी में सुमन दी का परिवार मेरा परिवार और ठाकुर बिरेंद्र अंकल का … Read more

नाराज – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

दीपावली नजदीक आ रही है.. चारो तरफ त्योहार की धूम है.. कितनी जद्दोजहद और जलालत सहने के बाद आज समर के साथ बंधे बेमेल रिश्ते से मुक्ति मिली.. मंजुला सोच रही थी कि मैं इस फैसले से मुक्त होने पर खुशियां मनाऊं या फिर अपने अनिश्चित भविष्य को लेकर दुःखी हो जाऊं.. मैं अपनी किस्मत … Read more

हक – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

छोटे भाई राजा का फोन देखकर आश्चर्य हुआ.. बहुत दिनों बाद. कॉल बैक किया.. उधर से आवाज आई दीदी सप्तमी तिथि को पापा का श्राद्ध  का दिन पड़ा है. ओह पापा को दुनिया से गए एक साल हो गया.. उधर राजा बोल रहा था पहला पितृपक्ष  है इस बार इसलिए पंडित जी ने जैसे जैसे … Read more

अपना घर अपना घर होता है – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

 कंपनी राहुल को छः महीने के लिए विदेश भेज रही थी.…रति और तीन महीने की बेटी रूही को छोड़कर कर जाने का दिल नहीं कर रहा था राहुल। का…. रति की सास नही चाहती थी की रति और उनकी प्यारी पोती उनसे दूर जाए…छोटा भाई नीरज भी रूही को गोद में खूब घुमाता था रति … Read more

खानदान की इज्जत – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

वक्त कितना बदल गया है…और इस बदलते वक्त ने #खानदान की इज्जत #की परिभाषा को भी कितना बदल दिया है..नव्या आज इतने अच्छे रिश्ते को ना करने में जरा भी संकोच नहीं किया शुभम आईटी सेक्टर में इंजीनियर देखने में हैंडसम अच्छा छोटा परिवार शादी डॉट कॉम से बात चली थी… नव्या भी एमबीए कर … Read more

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