चल उड़ जा रे पंछी – उमा वर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: जानकी का मन ठीक नहीं है आज ।घर का सौदा पक्का हो गया है ।सबने मिल बैठ कर यह फैसला कर लिया है ।तय हुआ कि यह घर बेच कर मुम्बई में ही दूसरा घर ले लिया जाय ।बाल बच्चे तो वहीँ नौकरी पर हैं तो अब कौन रहने आएगा यहाँ … Read more

बालिका वधु – उमा वर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : चौदह साल की उम्र में सुमी ब्याह कर ससुराल आई तो सास ननदे और जेठानी ने आरती की ।बहुत अच्छा लगा था उसे ।यहां तो सबकुछ अलग ही है ।रिश्ते के चचेरे मौसेरे देवर शादी के बाद अपने घर लौटे तो उनकी माँ ने पूछा था ” कैसी लगी दुलहन?” … Read more

तुम से अच्छा कौन ? – उमा वर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : न जाने कितनी यादें जो अकेले पन की धरोहर और साथी है मेरे ।जीवन में कितने लोगों से मिलना हुआ, कुछ अपने न होते हुए भी अपने से लगे।कुछ बहुत अपने होते हुए भी पराये हो गये ।सच में कभी कभी ऐसा होता है जब कोई खास से अचानक भेंट … Read more

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तुम से अच्छा कौन ? – उमा वर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : न जाने कितनी यादें जो अकेले पन की धरोहर और साथी है मेरे ।जीवन में कितने लोगों से मिलना हुआ, कुछ अपने न होते हुए भी अपने से लगे।कुछ बहुत अपने होते हुए भी पराये हो गये ।सच में कभी कभी ऐसा होता है जब कोई खास से अचानक भेंट … Read more

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अधिकार- उमा वर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : एक पर एक जब चार चार बेटियाँ की माँ बन गयी मै तो सासू माँ का चेहरा उतर गया था ।वंश कैसे चलेगा? इस खानदान का नाम कौन रोशन करेगा? इसी चिंता में वह परेशान रहती ।मै भी क्या कर सकती थी ।मेरे हाथ में तो कुछ नहीं था।हालांकि मुझे मालूम … Read more

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मर्यादा – उमा वर्मा

माँ, मै जा रही हूँ ।तुम मेरे पास नहीं हो ।एक परम शान्ति महसूस कर रही हूँ माँ ।गहन अंधकार छा रहा है ।कल ही दिन  में तो तुम से बात हुई ही थी ।तब कहाँ पता था कि यह मेरे जीवन की आखिरी तारीख होने वाली है ।कल शाम को अचानक तबियत खराब होने … Read more

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