डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -47)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

आज भी औफिस से लौटते समय सपना का  फोन आया था , ” नैना , क्या कर रही हो ? तुम तो आज कल नजर ही नहीं आ रही हो ना दोस्तों से मिलना ना बातचीत ? तुम और जया भाभी एक साथ घर गये थे ना ? तुम लौट आई भाभी नहीं लौटी ? … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -46)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

यह रात नैना को बहुत लंबी लग रही है। मां की अनुपस्थिति ने हिमांशु के आत्मविश्वास को हिला कर रख दिया है। नैना  ने उसकी बात का प्रतिवाद नहीं किया। उसे हिमांशु के साथ बीते अपने वे अनेकानेक क्षण कसके ,जब वह  उसके संसर्ग में क्षत- विक्षत हुई थी। तब हिमांशु ने अपनी जीवटता का … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -45)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने देखा माया दी का फोन है। ” नैना! मां गुजर गईं, हिमांशु बिल्कुल चुप बैठा है “ नैना की पहली  प्रतिक्रिया यही हुई, ” हिमांशु का क्या होगा?  उसकी समर्थ मां उसके लिए कवच और  आधार थीं “ फिर उसने कपड़े बदले,  सेल्फ पर से पर्स उठाया और बाहर निकल पड़ी । मिसेज … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -44)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वो तीन दिन किस तरह कट गये पता ही नहीं चला। इस बार घर से चलते हुए पिता के आदेश पर नैना को पापर, अचार और बड़ियां बांध कर मिले हैं। स्टेशन पर छोड़ने आए पिता , ” नैना , एक बात बोलूं ? “ नैना का मन का कैसा तो हो उठा। ” कहिए … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -43)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वहां मां के अलावा और सभी लोग मौजूद थे। अनुराधा ने तो सवाल पर सवाल दाग कर नैना को परेशान कर दिया था। लेकिन नैना ने तनिक भी घबराए और बिना हिचक के उसके एक- एक सवाल के जवाब विनम्रता पूर्वक दिए थे मसलन , ” अनुराधा … हमने सुना है तुम वहां लगातार सुशोभित … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -42)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

एक हफ्ते के बाद , नैना  अपने छोटे से लगेज के साथ घर पहुंची थी। तो दरवाजा पहले से ही खुला था। और सामने सोफे पर पिता , विनोद भाई और रोहन कुमार लाइन से बैठे हुए बातचीत में मशगूल थे। जया उससे तीन दिन पहले ही पहुंच चुकी थी। विनोद भाई के बेटे के … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -41)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

पंद्रह मिनट बाद ही वह किचन में जल्दी – जल्दी आंटा गूंध रही थी। आलू प्रेशर कूकर में उबल रहे थे। एक तरफ उसने  चटनी के लिए बैंगन टमाटर पकने को रख दिए थे। लगभग तीस  मिनट बाद वह कमरे में आलू के परांठे ,टमाटर की चटनी और मग में गर्म काॅफी की ट्रे ले … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -40)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वह थोड़ा भावुक है। और शायद तुम जानती होगी , “भावना के क्षेत्र में बहुत कुछ अजीब और अनपेक्षित होता है “ जिसे झेलने को तैयार हो ? हम स्त्रियां भावुक तो होती हैं। पर पुरुष भावुक हो तो झेल नहीं पाती हैं। हम अक्सर स्वाभाव से ही दास्य भाव स्वीकार करने की आदी रहती … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -39)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

माया हिमांशु की दीदी हैं। वे नैना से मिलना चाहती थीं। इसलिए हिमांशु के साथ आ गई थीं।  विवाहोपरांत सपना देवेन्द्र के साथ उसके फ्लैट पर चली गई थी। चूंकि विवाह समारोह अत्यंत सादा था अतः समेटने को विशेष कुछ नहीं था। नैना सपना के विदा हो जाने के बाद बहुत खालीपन महसूस कर रही … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -38)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” हां!” मैं यहां काम करती हूं “ ” कहां ?” ” मैक्स में ब्रांड लीड करती हूं। “ ” वाह! “ ” शुक्रिया ” फिर उसने हिमांशु के उसे छोड़ कर चले आने के बाद से लेकर के अब तक की कहानी  एक- एक कर बिना एक भी पन्ना भूले  सुना दी थी। और … Read more

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