डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -57)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” जीवन- चक्र चलता रहता है।” मां के गंगालाभ पर दुःखी पिता बोले थे, ” दुःख के कांटे उगते हैं। फिर  उल्लास के अंकुर फूटने लगते हैं। एक ज्योति का बुझना और दूसरी का उभरना यही जीवन का नियम है “ ” लेकिन तुम कितनी चुप- चुप हो गई हो विवाह कब करोगी ? हल्की … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -56)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वापसी में साथ चलते हुए , ” नैना , हिमांशु का क्या करें ? माया ने रुआंसे स्वर में कहा था। आजकल  खुले हाथों दोनों हाथ से अर्जित पैसे लुटा रहा है। हमें बड़ा घर छोड़ कर छोटे घर में शिफ्ट कर जाना पड़ा है। उसके अलग- अलग  बिजनेस में हाथ डालना और डालकर फिर … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -55)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

हिमांशु की तीक्ष्ण दृष्टि का सामना नैना नहीं कर पाई , जिसमें तोलने वाले भाव भरे हैं। लगा जैसे यह क्षण फ्रीज हो गया है। उसकी आंखें बरबस झुक गईं। तो क्या हिमांशु ने उसके मन के भाव पढ़ लिए ? तभी माया का सहलाता हुआ स्वर, ” तुम और हिमांशु  बहुत पुराने दोस्त हो … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -54)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

न जाने कितनी देर यूं ही हाथों में हाथ डाले हम बैठे रहे। लगा,  जैसे कभी भी इस ढ़लती – रंगीन शाम के बाद रात और फिर  सबेरा  नहीं हो।  तभी नैना ने मुझे कई नाटकों में शोभित के साथ  काम करने की बात बता कर हैरान कर दिया। हालांकि अंदर ही अंदर मैं ईर्ष्या … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -53)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— हिमांशु  … ज़िंदगी में बहुत सी बातें बहुत साधारण होते हुए भी किसी के साथ जुड़ जाने के बाद असाधारण हो जाती है। ” जैसे कि यह मेरा , जज़्बाती  हो कर नैना को अपने नाम की अंगूठी पहनाने का निर्णय ले लेना “ नैना मुझसे बहुत छोटी है। बहुत… मतलब बहुत …पर मुझे … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -52)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

रात के साढ़े नौ बज रहे थे।  जब नैना ऑटो  से उतर कर सीधी मिसेज अरोड़ा के पास पहुंची थी। ” मिसेज अरोड़ा , मैं अगले महीने से आपकी रेंट बढ़ाने की डिमांड पूरी कर दूंगी  मैं बेफ्रिक हो कर रह सकती हूं ? “ओ हां- हां  बल्कि कुछ जरूरत है तो बोल दिया करना … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -51)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

कुछ क्षण वो खिड़की से बाहर टुकुर -टुकुर देखती रही। अपने आवेग को दबाने के प्रयत्न करती हुई नैना  ने शोभित की तरफ तृष्णा भरी निगाहों से देखा। शोभित ने उसकी तरफ चाय का प्याला बढ़ाया। नैना शोभित के थोड़ा करीब आ कर    , ” आज मैं तुम्हारे साथ अपनी गहन बात बांटना चाहती … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -50)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने स्क्रिप्ट खोली । हिंदी  में थी। नैना बोली कर पढ़ने को हुई। पहले ही पन्ने पर था , ” पता नहीं क्यों आज की शाम बहुत सुहानी लग रही है। हवा की अठखेलियों में कशिश कुछ ज्यादा है। दिल में उमंगों की घटाएं छाई रही … है ”  बोलती हुई  नैना को लगा … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -49)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

बातों में कब रात गुजर गयी पता ही नहीं चला अगले तीन दिनों तक नैना सपना के साथ गुजारने के बाद खुश हो कर अपनी बरसाती में लौटी थी। औफिस आते- जाते एक हफ्ते भी नहीं बीते थे। एक दिन औफिस से लौटते वक्त नैना जल्दी- जल्दी  सीढ़ियां चढ़ती चली जा रही थी। जब मिसेज … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -48)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वो कुछ पल सुख में खोई रही। तब तक सपना ने डिनर लगा लिया।  नैना भी बच्चे को गोद से उतार कर बाथरूम में जा हाथ मुंह धो कर फ्रेश हो गई। दोनों बातें करती हुई डिनर में मशगूल हो गई हैं। ” नैना , तुम्हें नाटकों में रुचि है। “ ” हां “ “मेरा … Read more

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