अधिकार – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

New Project 57

Moral stories in hindi :..बाजार में रंग-बिरंगी राखियाँ देखकर ऊषा को आभास हो गया कि सावन का महीना आ चुका है।पूरी खरीददारी कर चुकने के बाद  हर वर्ष की भाँति ऊषा के  कदम राखी की दुकान पर थम गए। उसने बिना भोल-भाव किए एक खूबसूरत-सी राखी ले ली और घर वापस आ गई।  शाम हो … Read more

खोखले रिश्ते – डाॅ संजु झा

New Project 58

सामान्य परिवार की नीना की शादी बहुत  अमीर घराने में हुई। आम लड़कियों की तरह नीना का भी सपना था कि उसका पति खूबसूरत  और सुदर्शन व्यक्तित्व का हो,परन्तु साधारण कद-काठी और साँवले रंग के पति अनिल को पाकर उसके सपनों पर मानो तुषारापात हो गया। नीना के गोरे रंग काली घनी जुल्फें,छरहरी काया,बड़ी-बड़ी गहरी … Read more

बड़े घराने की बहू – डाॅ संजु झा

हमारे पड़ोस में एक पांडेय परिवार रहते थे,उनसे हमारा आत्मीय सम्बन्ध था।उनकी पत्नी श्वेता हमारी दोस्त थी।पांडेय  परिवार  जितने ही संपन्न थे,उतने ही सभ्य भी।उनके दो बेटे थे-सुमित और सुन्दर। सुमित  देखने में साधारण  था,परन्तु पढ़ने में उतनी ही कुशाग्र बुद्धि का।उसे शिक्षा का महत्त्व पता था,इस कारण वह अपना ध्यान  पूरी तरह पढ़ाई-लिखाई में … Read more

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