आँसू- डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi:   सरयू प्रसाद की तीन बेटियाँ थीं।तीन बेटियों के बाद उन्होंने बेटे की आस छोड़ दी।उन्होंने अपनी पत्नी  से कहा -” उमा!केवल बेटे ही नहीं,बेटियाँ भी माँ- बाप का नाम रोशन करती हैं। हम तीनों बेटियों को पढ़ा -लिखाकर काबिल बनाऐंगे।” तीनों बेटियाँ क्रमशः आशा,ऊषा और निशा थीं।आशा पढ़-लिखकर  काॅलेज में पढ़ाने … Read more

डूब मरना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

बेटे भूषण की करतूत के कारण ठाकुर  सुरेश सिंह के उजियारे जीवन को दुख के बादलों ने पूरी तरह ढ़क लिया।उनके पूर्वजों की त्याग,तपस्या पलभर में जलकर खाक हो गई। सारी इज्जत, मर्यादा मिट्टी में मिल गई। बेटे का भविष्य सुधरने की बजाय बदनामी के गर्त में डूब गया।बड़े अरमानों से उन्होंने बेटे का नाम … Read more

रिश्तों का बंधन – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : एक माँ और बच्चों के रिश्तों का बंधन अटूट  होता है। बच्चे पास रहें या दूर ,उनका आपसी  बंधन कभी भी नहीं टूट सकता है।एक माँ अपने विदेश में बसे बच्चों की याद में कभी-कभी विकल हो उठती है।वैसे तो उसने अपने बच्चों के विदेश जाने के बाद खुद को … Read more

परवरिश – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

moral stories in hindi :नैना इशारों -इशारों में अपने माता-पिता को जल्दी से तैयार  होने के लिए कहती है।आज नैना के ब्यूटी पार्लर का उद्घाटन है।पिछले कुछ समय से शहर के पाॅश इलाके में अपना ब्यूटी पार्लर खोलने का उसका सपना था,जो आज साकार होने जा रहा है।खुशी से उसके कदम बार-बार थिरक उठते हैं … Read more

खरी-खोटी सुनाना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

विमलाजी के  दिल में पश्चाताप के  बादल  हमेशा  उमड़ते-घुमड़ते रहते।जो व्यक्ति इस संसार में नहीं है ,उससे माफी भी तो नहीं माँगी जा सकती है। आजकल उन्हें नींद भी बहुत कम आती है।बेचैनी में उठकर कुछ देर बिस्तर पर खामोश बैठी रहतीं हैं ,फिर  कुछ देर बाद उठकर चाय   बनाने लगती हैं। बर्त्तन की … Read more

गर्दन ऐंठी रहना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

प्राचीनकाल  में  घने जंगल में एक कुआँ था।उसमें बहुत सारे मेंढ़क अपने-अपने परिवार के साथ रहते थे।बस कुआँ भर ही उनकी दुनियाँ थी।उनमें से एक मेढ़क काफी मोटा-ताजा था।साथ में उसकी पत्नी और तीन बच्चे भी थे।कुआँ के सभी मेंढ़कों से मोटा होने के कारण वह मेंढ़क खुद को दुनियाँ का सबसे शक्तिशाली जीव समझता … Read more

अधिकार – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :..बाजार में रंग-बिरंगी राखियाँ देखकर ऊषा को आभास हो गया कि सावन का महीना आ चुका है।पूरी खरीददारी कर चुकने के बाद  हर वर्ष की भाँति ऊषा के  कदम राखी की दुकान पर थम गए। उसने बिना भोल-भाव किए एक खूबसूरत-सी राखी ले ली और घर वापस आ गई।  शाम हो … Read more

खोखले रिश्ते – डाॅ संजु झा

सामान्य परिवार की नीना की शादी बहुत  अमीर घराने में हुई। आम लड़कियों की तरह नीना का भी सपना था कि उसका पति खूबसूरत  और सुदर्शन व्यक्तित्व का हो,परन्तु साधारण कद-काठी और साँवले रंग के पति अनिल को पाकर उसके सपनों पर मानो तुषारापात हो गया। नीना के गोरे रंग काली घनी जुल्फें,छरहरी काया,बड़ी-बड़ी गहरी … Read more

बड़े घराने की बहू – डाॅ संजु झा

हमारे पड़ोस में एक पांडेय परिवार रहते थे,उनसे हमारा आत्मीय सम्बन्ध था।उनकी पत्नी श्वेता हमारी दोस्त थी।पांडेय  परिवार  जितने ही संपन्न थे,उतने ही सभ्य भी।उनके दो बेटे थे-सुमित और सुन्दर। सुमित  देखने में साधारण  था,परन्तु पढ़ने में उतनी ही कुशाग्र बुद्धि का।उसे शिक्षा का महत्त्व पता था,इस कारण वह अपना ध्यान  पूरी तरह पढ़ाई-लिखाई में … Read more

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