दिन में तारे दिखाई देना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 40

मातृ-दिवस के अवसर पर साहिल की आँखों से झर-झर आँसू गिर रहें हैं। साहिल अपने माता-पिता की तस्वीर को सीने से लगाए कोरोना महामारी की भयावह त्रासदी को याद कर रहा है। पूरे विश्व में अप्रत्याशित रुप से कोरोना महामारी फैल चुकी थी।विश्व  भर में इस तरह की महामारी के बारे में कोई आशंका नहीं … Read more

रिश्तों की डोरी टूटे ना – डाॅक्टर संजु झा Moral Stories in Hindi

New Project 2

पति-पत्नी के मिलन और सहयोग से जिन्दगी रुपी गाड़ी सुचारु रुप से चलती है।पति -पत्नी का रिश्ता प्रेम और विश्वास का होता है।इस रिश्ते की डोर काफी मजबूत होती है,परन्तु कभी-कभी इस रिश्ते की डोर इतनी नाजुक और कमजोर पड़ जाती है कि पत्नी की किस्मत में इंतजार के सिवा कुछ नहीं रह जाता है। … Read more

गड़े मुर्दें उखाड़ना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 36

उमेश जी और विनीता जी पति-पत्नी में माँ को लेकर एक बार फिर  से लड़ाई हो रही है। उमेश जी -” विनीता! माँ की तबीयत खराब  है।मैं कल माँ को लेने  गाँव जा रहा हूँ।” विनीता जी तमकते हुए-” देखो जी!अब मैं भी कोई  नई-नवेली दुल्हन  नहीं रही कि आपकी और आपकी माँ की कटु … Read more

गुस्सा पी जाना-डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104818.633

रंजना जी ने अपनी दोनों संतानों को उच्च शिक्षा दिलवाई। उन्होंने बेटी और बेटा दोनों की समान परवरिश की। पढ़ाई के बाद जब उनकी बेटी नमिता ने  शादी मेट्रोमोनियल से एक लड़के को चुना ,तो उनलोगों ने लड़के तथा उसके परिवार से मिलने के बाद शादी करने की स्वीकृति दे दी।रंजना दम्पत्ति तथा उनकी बेटी … Read more

गुस्सा पी जाना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T211239.414

रंजना जी ने अपनी दोनों संतानों को उच्च शिक्षा दिलवाई। उन्होंने बेटी और बेटा दोनों की समान परवरिश की। पढ़ाई के बाद जब उनकी बेटी नमिता ने  शादी मेट्रोमोनियल से एक लड़के को चुना ,तो उनलोगों ने लड़के तथा उसके परिवार से मिलने के बाद शादी करने की स्वीकृति दे दी। रंजना दम्पत्ति तथा उनकी … Read more

बुढ़ापा -डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 100

मनुष्य जिन्दगी के तीन पहर तो आसानी से काट लेता है,परन्तु चौथा पहर काटना उसके लिए कठिन हो जाता है।बुढ़ापे में स्वास्थ्य भी गिरने लगता है,उसपर से अगर हमसफ़र का साथ छूट जाएँ तो जिन्दगी ‘कोढ़ में खाज’ के समान लगने लगती है।बुढ़ापे में ऊषा जी को अपना वतन बहुत याद आता है।यहाँ अमेरिका में … Read more

हमसफ़र- डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 43

नीरज  पत्नी के इंतजार में बाल्कनी में बैठकर उड़ते हुए बादल और ढ़लते हुए सूरज की लुका-छिपी देखते हुए सोच रहा है कि उसकी जिन्दगी में भी काफी उतार-चढ़ाव आएँ,परन्तु रिचा जैसी हमसफ़र पाकर उसकी जिन्दगी खुशगवार हो उठी।जीवन की आपाधापी में से समय निकालकर एक महीने पर अपनी हमसफ़र रिचा से मिलने आ ही … Read more

दिल का रिश्ता -डाॅक्टर संजु झा Moral stories in hindi

New Project 42

 कभी-कभी किसी के साथ दिल का रिश्ता इस तरह सम्मोहन में जुड़ जाता है,जिसे चाहकर भी हम भूल नहीं पाते हैं।मैं अमन ऐसा नहीं कह सकता हूँ कि मुझे आरंभ से ही नीलिमा से प्यार था,परन्तु उसमें कोई  चुम्बकीय आकर्षण तो जरुर था,जिसे मैं चाहकर भी भूल नहीं पाता था।उसकी मृगनयनी सी आँखें बार-बार मेरे … Read more

दिन में तारे नजर आना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 97

पति की हालत देखकर कुसुम जी को दिन में ही तारे नजर आने लगें।उनकी बेटी आन्या और अमय दोनों विदेश में रहते हैं।आएँ दिन उनके पति  नीरज जी की तबीयत खराब रहती है।इसे कुसंयोग ही कह सकते हैं कि नीरज जी ने जिन्दगी में कभी शराब नहीं पी,परन्तु लीवर की गंभीर  बीमारी से ग्रसित हो … Read more

अटूट बंधन – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

New Project 94

बदलते परिवेश में जहाँ सम्बंधों के टूटकर बिखरने की घटनाएँ आए दिन सुनाई पड़ती हैं,तलाक शब्द अब हमारे समाज के लिए अपरिचित नहीं रह गया हैं,वहीं आज भी हमारे समाज में पुराने संस्कार और मूल्य मजबूती से अंगद की भाँति पाँव जमाए हुए नजर आते हैं।वास्तव में पति-पत्नी का रिश्ता अटूट बंधनों में बँधा हुआ … Read more

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