दर्द की दास्तान ( भाग-12 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति अंगद के मुंह से सुरैया के ठीक होने की खबर से विचलित होकर, हड़बड़ाता हुआ अंगद के घर से निकल जाता है.. अब आगे… अंगद अब एक अनहोनी की आस कर रहा था… क्योंकि उसने इस अनहोनी को खुद दावत दिया था.. अगले दो … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-11 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद सुरैया को ठीक करना चाहता है… ताकि उस दिन जो घटा, वह सब कुछ बता सके… जिससे उसे और उसके पिता को इंसाफ मिल सके और इसी के बारे में वह सुरैया की दादी से बात कर रहा था… अब आगे… अंगद:   दादी..” … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-10 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति जाते-जाते अंगद को चेतावनी देता है और कहता है… सुरैया से शादी उसकी सबसे बड़ी भूल साबित होगी.. अब आगे.. अगले दिन अंगद जब स्कूल जाता है, वह यह देखकर हैरान हो जाता है कि, कक्षा में एक भी बच्चा नहीं आया… वह समझने … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-9 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद सुरैया से बात कर रहा था कि, तभी उसके दरवाजे पर दस्तक पाकर वह दरवाजा खोलता है… जहां विभूति गुस्से में खड़ा होता है… अब आगे… अंगद:   अरे विभूति..! आओ अंदर आओ.. विभूति:   तो मास्टर जी..! इसलिए सुरैया की इतनी पूछताछ कर … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-8 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के सुरैया को उसकी दादी के पास छोड़ने गया अंगद… दादी से कुछ सवाल पूछता है, पर वह दादी की बात सुनकर, उन लोगों की मजबूरी जान जाता है…. और दादी उसे आगे और भी बहुत कुछ बताने वाली होती है… अब आगे… अंगद:   दादी..! … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-7 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद को जबरदस्ती आनंद उसके जीजा जी के पास ले जाता है और अंगद की उसके जीजा के साथ बहस चल रही थी… अब आगे…  अंगद इन लोगों से बात करना नहीं चाह रहा था… इसलिए वह वहां से जाने लगा कि, तभी  आनंद के … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-6 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति अंगद को सुरैया की कहानी बता रहा होता है, कि तभी अंगद को विभूति से आनंद के आने का पता चलता है.. अब आगे… अगली सुबह स्कूल जाने से पहले अंगद विभूति की दुकान पर आता है… विभूति:   मास्टर जी..! आज आने वाले … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-5 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पहले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के विभूति, अंगद को सुरैया की कहानी बताते बताते, माखनलाल को याद कर रहा होता है…. अब आगे… विभूति:  जानते हैं मास्टर जी..! माखनलाल ने सुरैया का स्कूल जाना तो छुड़वा दिया, पर इस मकसद से नहीं कि वह अपनी बेटी को ब्याहना चाहता था… बल्कि … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-4 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति किसी परिस्थिति के बारे में अंगद को बताने को कहकर उसे फिलहाल जाने को कहता है… अब आगे… उस दिन तो विभूति अंगद को पूरी कहानी बता नहीं पाता और इधर थोड़ी कहानी जानकारी पूरी दास्तान जानने को बेकरार था अंगद…. इसलिए अगले दिन … Read more

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दर्द की दास्तान ( भाग-3 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में अपने पढ़ा, के अंगद अपने अंदर चल रही बात विभूति के जुबान से सुनकर, हैरान था.. अब आगे… अंगद:   तुम्हें कैसे पता मैं यही सोच रहा था..? विभूति:   भोला ने बताया… अंगद:   भोला..? विभूति:  हां… हमरे भाई का बेटा जो आपकी कक्षा में था…. पर … Read more

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