सबसे बड़ा ज्ञानी  : Moral Stories in Hindi

 “अरे विशेष तुम तो भई अब हमें पूछते भी नहीं…… अपने चाचा से इतनी नाराज़गी किस बात की?”पड़ोस में रहने वाले मुकुल चाचा ने विशेष से कहा जो ऑफिस से आकर अपने घर की तरफ़ जा रहा था  “नमस्ते चाचा जी,ऐसा कुछ भी नहीं है जो आप सोच रहे हैं…बस आजकल काम की अधिकता की … Read more

सबसे बड़ा ज्ञानी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

 “अरे विशेष तुम तो भई अब हमें पूछते भी नहीं…… अपने चाचा से इतनी नाराज़गी किस बात की?”पड़ोस में रहने वाले मुकुल चाचा ने विशेष से कहा जो ऑफिस से आकर अपने घर की तरफ़ जा रहा था  “नमस्ते चाचा जी,ऐसा कुछ भी नहीं है जो आप सोच रहे हैं…बस आजकल काम की अधिकता की … Read more

आखिरी दर्शन…. पिता का आशीर्वाद – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

‘‘ माँ, तुमने आज तक मुझसे जो भी कहा करती चली आई….लड़की हो..ऐसे रहो वैसे करो,…लोग चार बातें न कहें इसलिए तुम्हारी हर हाँ में हाँ करती चली गई….भाई छोटे हैं पर देखो मुझे छोटी समझ हर दुःख और दुनिया की नजरों से बचाकर रखने में लगे रहे…अब तुमने लोगों के कहने पर मेरी शादी … Read more

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अपने पराये – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“जाने कब ज़िन्दगी में कौन सा मोड़ आ जाये ये कोई नहीं जानता…. ये जिन्दगी भी ना बड़ी अजीब है जाने कब क्या खेल दिखा जाती है….कभी किसी को हँसाती है तो कभी ये रूलाती ।”सोचती हुई वृन्दा जी सब्जी का थैला लिए अपने घर में कदम रखी….चेहरे पर थोड़े दुःख और थोड़े संतोष के … Read more

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अब बस भी करो -रश्मि प्रकाश : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “ तुम ना एकदम गंवार ही रहोगी…किसी के सामने कैसे बात करना है तुम्हें जरा भी सलीका नहीं है….. जब बोलना नहीं आता तो मुँह खोलती ही क्यों हो…. और तो और शब्दों का सही उच्चारण नहीं किया जाता तो चुप रहती …बोलने की ज़रूरत नहीं थी…बहुत बड़ी गलती हो गई … Read more

आख़िर किसे समझाएँ..? – रश्मि प्रकाश   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “जब मैंने कोई गलती नहीं की तो क्यों बर्दाश्त करूँ … जब देखो सब मुझे ही सुनाने चले आते हैं जैसे मेरी ही गलती हो।”तमतमाती हुई शानू पैर पटकती अपने कमरे में जाकर बैठ कर रोने लगी  “ बहुत सिर चढ़ा रखा है बेटी को…अरे ऐसा क्या ही कह दिया…अब … Read more

मेरे घर में कोई बदलाव नहीं होगा…. – रश्मि प्रकाश  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : राशि जब से शादी कर के आई ….ससुराल में इतना सारा बिना काम का सामान देख कर आश्चर्य करती ….पर नई बहू कहे भी तो क्या…. महीने भर बाद वो पति निकुंज के साथ नौकरी वाली जगह रहने चली गई । कुछ समय बाद दिवाली आने वाली थी पहली दिवाली … Read more

मेरा घर आख़िर कौन सा… – रश्मि प्रकाश   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आख़िर आज केतकी इस घर से चली ही गई।उसको जाना ही था, कितने दिन तक सब के ताने सुनती।  जब पति ही इज़्जत न करें तो घर के सदस्यों से क्या ही उम्मीद की जा सकती है….बस घर में सालों से काम करने वाली मुनिया ही केतकी के हर चोट … Read more

एक तारीफ़ ऐसी भी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

राजन नया नया ऑफ़िसर बन कर अपनी ड्यूटी देने नई जगह पर स्थानांतरित हो कर आया ही था कि पता चला बड़े साहब ऑफिस का दौरा करने आने वाले है। राजन पहले जहाँ भी जॉब में रहा यही देखता था कि जब भी बड़े साहब लोग आने वाले होते है तो ऑफिस को पूरा चमका … Read more

उसमें जरा भी संस्कार नहीं है…-रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ‘‘पृथा मुझे दो दिनों के लिए कलकता जाना है….ऑफिस की एक मीटिंग अटेंड करने….सोच रहा था तुम लोगों को भी लेता चलूँ…..तुम्हारे बड़े भाई साहब भी बार बार बुलाते रहते हैं तुम लोगों को ….तो चलो इस बार घूम ही लो।” कार्तिक ने कहा ‘‘ सच्ची!! वाह मैं कभी कलकत्ता … Read more

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