अपनों का भरोसा – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“अरे बेटा तुम … बहू और बच्चों के साथ?” सुबह सुबह दरवाज़े की कुंडी बजती देख दरवाज़ा खोल सामने बेटे बहू को देखते हुए रामदयाल जी बोले  “ हाँ अब हम यही रहेंगे।” एक टूक शब्दों में कह किशोर अपना सामान लेकर एक कमरे में चला गया  बेटा बहू का उतरा चेहरा देख कर रामदयाल … Read more

प्यार के दो बोल… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “समझ नहीं आता किसी किसी की ज़िन्दगी ऐसी क्यों हो जाती है ….जो सबके लिए सोचता हो ….करता रहता हो ….वही हमेशा प्यार के दो शब्दों के लिए तरस जाता है…..उस बेचारी का बचपन यूँ ही तानों में गुजर गया और अब जाकर शायद उसकी ज़िन्दगी में प्यार के रस … Read more

छलिया दोस्त – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ देख लिए ना मेरी बात नहीं मानने का नतीजा… आपसे कितनी बार कहा था मुझे चरण पर जरा भी भरोसा नहीं है पर आप तो उस पर आँख बंद करके भरोसा करते रहे….अब बोलिए क्या होगा… बेटी के लिए जो भी जमा पूँजी रखी थी सब आपने गंवा दी।”तरूणा आवेश में अपने पति संतोष … Read more

घरवाले है या मेहमान – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

‘‘सुनो …आज माँ ,भैय्या ,भाभी और दोनों बच्चे पन्द्रह दिन की  छुट्टियां मनाने यहाँ हमारे पास आ रहे हैं…उनके सत्कार में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए…पहली बार आ रहे हैं वो लोग हमारे पास …तो समझ लो तुम्हारे लिए ये परीक्षा की घड़ी है….उनके पास हम जब भी गए तो दो चार दिन के लिए … Read more

पुत्र से माफ़ी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“हद करते हो सुरेश…. कितना समझाया था तुम्हें पर तुमने मेरी जरा भी बात नहीं मानी…क्या ज़रूरत थी छोटे को दुकान पर बैठाने की …अच्छा ख़ासा वो शहर में पढ़ाई कर रहा था पर तुम्हें तो उसका शहर जाना भी नहीं पसंद आया और ना उसका पढ़ाई करना ।” मनोहर बाबू अपने बड़े बेटे को … Read more

बहू के लिए सास की आँखों में आँसू (भाग 2) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कल्याणी जी की हालत बदतर होती जा रही थी वो खाना पीना छोड़ कर बस निशिता को याद करती रहती थीं…. ये देख कर विहान की बुआ कला को बहुत आश्चर्य हो रहा था कोई बहू के लिए भी इतना दुखी होता है… “ रे कल्याणी तू इतना करें है … Read more

बहू के लिए सास की आँखों में आँसू (भाग 1) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “क्या हुआ  कल्याणी किन ख़्यालों में खोई हुई हो… अब कब तक उसके लिए आँसू बहाती रहोगी…. वो भी कहाँ तुम्हें छोड़ कर जाना चाहती थी…. तुमने ही ज़िद्द किया तो वो गई नहीं तो वो अभी हमारे साथ हमारे पास होती…. ।” सुदर्शन जी अपनी पत्नी को समझाते हुए … Read more

कुछ सीखो भाभी से…. (भाग 2)- रश्मि प्रकाश

सुनयना अपनी आदतानुसार जल्दी से साड़ी लपेट कर निकलने लगी…. ये देखते ही मनीष ने बिना ये देखे सामने कौन कौन है सुनयना को सुनाना शुरू कर दिया….,“ आज हमारे बेटे का जन्मदिन है थोड़ा तो ढंग से सज संवर लो… पर तुम तो निहायत ही….।” आगे कुछ कहता सासु माँ ने कहा ,“ठीक ही … Read more

कुछ सीखो भाभी से…. (भाग 1)- रश्मि प्रकाश

“ क्या यार सुनयना…. जब भी हम किसी पार्टी में जाते हैं तुम बस एक साड़ी लपेट लेती हो …. थोड़ा मेकअप किया करो…. घर में बस एक नाइटी डाल कर रहना… कहीं अचानक जाना हो तो एक सूट डाली और चल दी…. कहां मैं सोचता था मेरी बीवी एकदम टिपटॉप मिलेगी पर तुम तो … Read more

सिर्फ पत्नी हो गृहस्वामिनी नहीं (भाग 2 ) – रश्मि प्रकाश

शादी के बाद नंदनी ने महसूस किया कार्तिक बस अपने से मतलब रखता था ..उसे नंदनी से कोई मतलब नहीं था वो बस उसके घर में रहे काम करे और उसके माता-पिता का ख़्याल रखें ना उससे ज़्यादा वो कोई ख़्वाहिश रखें… कार्तिक अपने लिए जो चाहे खरीद लें पर जब नंदनी उससे कहती तो … Read more

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