*नसीहत* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

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किशोर कक्षा दसवीं का छात्र था। वह धनवान माता पिता की इकलौती संतान, पढ़ने लिखने में होशियार, एक अच्छा खिलाड़ी था। मगर उसमें एक बुराई थी, स्कूल में कोई भी गतिविधि होती तो वह अपनी टॉंग अड़ाए बिना नहीं रहता, उसे कोई काम करना नहीं रहता। वह बस सब कार्य के बीच टांग अड़ा कर … Read more

गलती का एहसास – पुष्पा जोशी   : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : आज फिर माला अपने मायके आ गई। उसका ससुराल और मायका एक ही गॉंव में था। यह उसका हमेशा का काम था, अभी चार दिन पहले तो माँ  जानकी देवी समझा बुझा कर उसे ससुराल में छोड़कर आई थी। और कह दिया था, कि अब अगर वो ससुराल को छोड़कर … Read more

सही सलाह – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

New Project 100

 रजत और दिवाकर दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे। दोनों बहुत ही सम्पन्न परिवार के थे। उन्हें पैसो की कोई कमी नहीं थी, मौज मस्ती से जीते थे, दोनों की पढ़ाई में बिल्कुल रूचि नहीं थी। इनकी कक्षा में पढ़ने वाला मदन बहुत गरीब था, मगर पढ़ाई में बहुत होशियार था। वह मन लगाकर … Read more

चारधाम की यात्रा – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

New Project 86

Moral Stories in Hindi : सुमन जी और उनके पति गोविन्द जी जिस‌ मोहल्ले में रहते थे,उस मोहल्ले में सभी लोग धार्मिक प्रवृत्ति के थे। हमेशा धार्मिक आयोजन जैसे सुन्दरकाण्ड का पाठ, अखण्ड रामायण पाठ, भजन संध्या, संत महात्माओं के प्रवचन आदि होते रहते थे, सभी सामुहिक रूप से उसमें भाग लेते, और भक्तियुक्त वातावरण … Read more

* कर्मों का परिणाम* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 जमाधवी जी के दो बेटे थे। दोनों की नौकरी लग गई थी, वे शादी लायक हो गए थे। माधवी जी की  हार्दिक इच्छा थी, कि लड़को का विवाह उनकी बिरादरी में हो। उन्हें लगता था, कि गैर समाज में अगर बेटो की शादी हुई तो उनकी नाक कट जाएगी, इज्जत धूल में मिल जाएगी। बड़े … Read more

सुख की तलाश – पुष्पा जोशी  : Moral stories in hindi

New Project 67 1

Moral stories in hindi: सुनयना ने आज कई दिनों के बाद ध्यान से अपना चेहरा आइने में देखा। भागती दौड़ती दिनचर्या में उसे समय ही कहाँ मिला कि वह अपने चेहरे पर ध्यान दे। उसके कंधो पर प्रशासनिक जिम्मेदारी थी। कल वो कलेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुई, कल पूरे दिन  सम्मान समारोह और पार्टी … Read more

*परिवार फिर एक हो गया *-पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

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Moral stories in hindi: मोहिनी जी और उनकी बहु रूपा बहुत प्रेम से रहती थी।रूपा ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी, मगर हर काम में दक्ष ,और व्यवहारिक थी। दोनों सास बहू सारे तीज त्यौहार बड़े प्रेम से मनाती। उनकी पड़ौसन मालती जी हमेशा अपनी बहू रोहिणी के आगे, रूपा के गुण का बखान करती थी। … Read more

*परिवार फिर एक हो गया * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

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मोहिनी जी और उनकी बहु रूपा बहुत प्रेम से रहती थी।रूपा ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी, मगर हर काम में दक्ष ,और व्यवहारिक थी। दोनों सास बहू सारे तीज त्यौहार बड़े प्रेम से मनाती। उनकी पड़ौसन मालती जी हमेशा अपनी बहू रोहिणी के आगे, रूपा के गुण का बखान करती थी। मालती और रोहिणी की … Read more

एक समर्पण ऐसा भी – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

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Moral stories in hindi: ‘माँ मैं जरूरी काम से बाहर जा रहा हूँ, आठ दिन में वापस आ जाऊँगा।  माया देवी ने कहा- ‘कैसी बाते कर रहै हो कृष्णा, यहाँ तुम्हारे बाबूजी की ऐसी हालत है,क्या वह काम तुम्हारे बाबूजी से बढ़कर है?पंद्रह दिनों से अस्पताल में हैं, पता नहीं कब किस चीज की जरूरत … Read more

* ठोकर खाकर सम्हलना * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

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 घीसू ऑंगन में डली चारपाई पर लेटा हुआ, आसमान की ओर देख रहा था। आज मौसम खुला हुआ था। घीसू ने सोचा आज खेतो में धान बौने कै लिए अच्छा मौसम है, सब अपने खेतो में धान बो रहै होंगे और वह चारपाई पर पड़ा है। दो दिन आने वाले  ज्वर ने उसकी कमर चौड़ा … Read more

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