आपसी तालमेल और सामंजस्य : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘राज क्या बात है? मैं दो दिन से देख रही हूँ आप बहुत परेशान दिख रहे हो। न ठीक से सो पा रहे हो, न खा पा रहै हो। बताओ ना क्या बात है?’ तुम तो जानती हो सुमी सौलह दिन बाद रज्जो की सगाई है। आफिस में काम का … Read more

खुशियों की दस्तक  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अक्सर दो बजे चाय की घुमटी पर विजया की नजर उस बच्चे पर पड़ती जो सहमा हुआ अपनी दादी के ऑंचल में सिमटा बैठा रहता। कभी दादी उसे चाय पिलाती तो कभी उसके बालों को सहलाती रहती। नीली कंचे सी ऑंखों से कभी टुकुर- टुकुर वह विजया की ओर देखता … Read more

परिवार की एकता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  विनोद बड़बड़ाते हुए घर के बाहर चला गया कि ‘भाभी को अभी तक भोजन बनाना नहीं आया, सब्जी में कितना नमक डाल दिया कोई खाए तो कैसे खाए,पता नहीं कब अकल आएगी इन्हें।’ प्रभा जी बहुत अच्छा भोजन बनाती थी, मगर विनोद की आदत पड़ गई थी नुक्ता चीनी निकालने … Read more

पछतावा – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

ज्योति को आज अपनी सास की बहुत याद आ रही थी, रानी बिटिया की शादी थी। शादी में की जाने वाली इतनी रस्में और रिवाज वह कैसे निभाएगी, उसे तो कुछ मालुम ही नहीं है। घर में ज्योति की दो ननन्दों पूजा और आरती की शादी हुई तब सासु जी ने कितना कहा था -‘ज्योति … Read more

दूसरों का दर्द भी समझना चाहिए : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जगमोहन भारी मन से घर आ गया। उसे लग रहा था कि ईमानदारी से काम करने का कोई मतलब ही नहीं रहा। कितनी मुश्किल से मैंने यह प्रेजेंटेशन तैयार किया था, मैं हर समय इस कम्पनी की तरक्की का प्रयास करता हूँ, कभी यह भी नहीं सोचता कि ऑफिस टाइम … Read more

 दर्द अपना-अपना * –   पुष्पा जोशी

‘कुछ नहीं होने दूंगा मैं आपको।’ बिना सम्बोधन के ही उसने कहा था ‘अभी जीना है आपको,पोते पोतियों को गोद में खिलाना है, आप चिंता न करें कुछ नहीं होने दूंगा मैं आपको।’ क्या था उसकी आवाज में, और उसकी आँखों में कि मैं उसे देखती रह गई।पहली बार ही मिली थी मैं डॉक्टर अविनाश … Read more

* हमारा भी मन दु:खता है * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 दिनेश जी ने कहा-‘तुमने राजू पर चौरी का इल्जाम लगाकर, चांद पर थूकने जैसा काम किया है जानकी! मैं जानता हूँ, राजू बहुत ईमानदार है, मैं कभी कोई भी सामान उससे मंगवाता  हूँ, वह ईमानदारी से बचे हुए सारे पैसे मुझे वापिस कर देता है। वह गरीब है मगर चोर नहीं हो सकता। मेरा मन … Read more

माँ से मिला संदेश – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : समीर का मन कहीं नहीं लग रहा था। उसे बहुत दु:ख हो रहा था कि उसके पक्के मित्र मोहन ने उसके साथ धोखा किया। मोहन और समीर दोनों एक ही विद्यालय में बारहवीं कक्षा में पढ़ते थे। मोहन की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, उसके ज्यादा दोस्त भी नहीं थे, … Read more

अंगूठी खो गई – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 सुमी के हाथ से आज बड़ा नुकसान हो गया था, उसे बहुत दु:ख हो रहा था। वह घबरा रही थी,उसका रोना रूक नहीं रहा था, घर में कोई था भी नहीं जो उसे दिलासा देता। उसके हाथ से दो तोले की सोने की अंगूठी कहीं गुम गई थी। अभी छ महिने पूर्व ही उसका विवाह … Read more

दर्द की अनुभूति – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निलिमा जी के पति राजेश जी का निधन हुए १५ दिन हो गए थे।  कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी मेहमान जा चुके थे।घर पर वे और उनके बेटा बहू रह गए थे। बेटे अनिल को भी आज से नौकरी पर जाना जरूरी है, वैसे ही राजेश बाबू की बिमारी … Read more

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