हर बीमारी का इलाज सिर्फ दवा नहीं होती- पुष्पा जोशी । Moral stories in hindi

माँ आपने फिर दवा नहीं ली, ऐसे कैसे चलेगा? मैं और मोना तो ९ बजे से नौकरी पर निकल जाते हैं। अनुपम और शैली भी अपनी पढ़ाई के लिए अक्सर बाहर रहते हैं। आप को कुछ हो जाएगा तो क्या करेंगे। अपना ध्यान आपको खुद रखना पढ़ेगा, कितने डॉक्टर का इलाज चल रहा है।एक डायबिटीज … Read more

तूने…यह क्या कह दिया मानू – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

 “तूने…. यह क्या कह दिया मानू?”   निचोड़ कर रख दी, मेरी समूची आत्मा। लग रहा है अब…..कुछ भी शेष नहीं है। फिर ये सॉंसें क्यों चल रही है? तेरे शब्दों के बाण तो मैं फिर भी झेल लेती मानू, बचपन से अभ्यस्त हूँ, इन व्यंग बाणों की। फिर तू तो मेरे दिल में धड़कती … Read more

अंगूठी खो गई – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

सुमी के हाथ से आज बड़ा नुकसान हो गया था, उसे बहुत दु:ख हो रहा था। वह घबरा रही थी,उसका रोना रूक नहीं रहा था, घर में कोई था भी नहीं जो उसे दिलासा देता। उसके हाथ से दो तोले की सोने की अंगूठी कहीं गुम गई थी।अभी छ महिने पूर्व ही उसका विवाह विवेक … Read more

आशा की किरण – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

     आज रीना अन्यमनस्क सी बैठी थी, उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे।अपनी परेशानी किससे कहें चारों तरफ अंधेरा नजर आ रहा था, लग रहा था कि उसके सारे सपने बिखर गए हैं।कितना अरमान था उसका कि पढ़ लिखकर आत्मनिर्भर बनेगी। लेकिन बी.ए.द्वितीय वर्ष के बाद ही ऐसी स्थिति … Read more

स्त्री धर्म – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

आज न्यायालय में एक तलाक के कैस की सुनवाई थी। विरेंद्र और ज्योति का विवाह हुए ,अभी तीन ही वर्ष हुए थे। मगर तीन वर्षों में दोनों के रिश्तों में ऐसा क्या हुआ की तलाक की नौबत आ गई।  अब यह जानने के लिए विरेंद्र के परिवार और ज्योति के परिवार के बारे में कुछ … Read more

एक फैसला – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

  रामदयाल जी माध्यमिक विद्यालय के प्रधानअध्यापक थे। वे एक ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े। छोटा सा गॉंव था, गाँव में उनका खेती का व्यवसाय था, और चार भाइयों का संयुक्त परिवार था। पिताजी गंगाराम ने सभी बेटों को पढ़ाने की कोशिश की। गाँव में हायरसेकण्डरी स्कूल था, आगे की पढ़ाई के लिए शहर जाना … Read more

दायित्वों का निर्वहन – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

दीपक बेटा आप छत पर हैं, और मैं आपको पूरे घर में देख आई, आज मैं बहुत खुश हूँ , आपकी सफलता की खुशी में मैंने आपके लिए आपकी पसन्द का गाजर का हलुआ और आलू की टिकिया बनाई है, जया जी की खुशी उनकी वाणी में स्पष्ट नजर आ रही थी। छत पर सीढ़ियाँ … Read more

सब्र का बांध – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

‘अजय तुम्हें पता है कल सुबह सुलभा आ रही है। वह भी रौशन के सम्मान समारोह में जाना चाहती है। रौशन उसका प्यारा भतीजा जो है। और बिना बहिन बेटी के कोई शुभकाम कैसे हो सकता है।’ मालती जी ने उत्साहित होते हुए कहा। अजय ने कहा- ‘माँ यह तो बहुत खुशी की बात है। … Read more

मैं हूं ना – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

सेठ रतनलाल की शानदार हवेली और उससे जुड़ा हुआ एक बहुत बड़ा कमरा, जहाँ जसवंत के जन्म लिया, खेला, बड़ा हुआ और आज बैंक में मैनेजर बन गया है।सुबह का समय वह कमरे के बाहर बनी एक छोटी सी फुलवारी में अपने मित्र रमेश के साथ कुर्सी पर बैठा हुआ चाय पी रहा था। रतन … Read more

वजूद – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज विद्याधर पाण्डे जी के जीवन की बहुत बड़ी साध पूरी हुई। बहुत ही खुशी का दिन था। उनका बेटा सुबोध आइएएस अफसर बन गया था। उसकी प्रथम पोस्टिंग थी। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था,लग रहा था जैसे उनके पैरो में फिर से जान आ गई है। उनके सारे … Read more

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