पछतावा – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi
‘कौन आया है। और तुम्हारे हाथों में यह किसकी चिट्ठी है।’ वसुधा ने उत्सुकता से पूछा। जतिन बाबू ने कहा-‘ अरे कुछ नहीं तुम्हारें काम का नहीं है, रोहन सी.ए. बन गया है, कल उसका सम्मान समारोह है। तुम्हारी गंवार बहू को भी आमंत्रित किया है, उसका भी सम्मान किया जाएगा।’ जतिन बाबू के कथन … Read more