अपना कोना – उमा वर्मा
मेरे जाने की खबर सुनते ही बेटा और बहू निकल पड़े हैं ।शाम की फ्लाइट पकड़ने के लिए ।कैब में मै भी उनके पास आकर बैठ गयी हूँ, लेकिन उन्हे कुछ पता नहीं है ।मैं सबकुछ देख सुन रही हूँ लेकिन वे मुझे न देख रहे हैं न महसूस कर पा रहे हैं ।नियति का … Read more