“मुझे माफ कर दो रिया – अनुराधा श्रीवास्तव “अंतरा “
कुछ तो बोलो, यूॅं चुप मत रहो। मैं कभी ऐसी गलती दोबारा नहीं करूॅंगा।’’ रिया बिल्कुल चुपचाप सोफा के एक कोने पर बैठी थी, न उसके चेहरे पर गुस्सा था ना दुख जैसे वो पहले से ही तैयार थी इस पल के लिये लेकिन अन्दर ही अन्दर वह जाने कितने झंझावतों से लड़ रही थी। … Read more