चांदी का दिया सोने की सलाही – मंजू तिवारी
आज से ठीक 15 साल पहले मेरे घर में लगभग आधी शताब्दी बाद किसी बेटी का विवाह का उत्सव हो रहा था कहने का मतलब यह आंगन में बेटी का मंडप गाढ़ा जा रहा था,,,, मैं घर की बड़ी बेटी हूं। और संयुक्त परिवार की सबसे लाडली बेटी,,,, तो पापा मम्मी किसी प्रकार की मेरे … Read more