“टूटते रिश्ते जुड़ने लगे” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

अपने किसी परिचित के शादी समारोह खत्म होने पर निधि वापस सहारनपुर से गाजियाबाद जा रही थी। थोड़ी देर बाद उसी बस में शिवम को चढ़ते देखकर निधि ठगी सी रह गई कहीं मैं सपना तो नहीं देख रही शिवम यहां कैसे ।एक बारगी उसका मन हुआ वह दौड़कर शिवम के पास चली जाए और … Read more

“पैसे का गुरुर’ – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

 पैसे का इतना भी क्या गुरुर करना आदमी को आदमी समझते ही नहीं है अरे बड़े होंगे अपने घर के कौन सा किसी को कुछ दे रहे हैं, जो करता है अपने लिए ही करता है अगर हम गरीब हैं तो कुछ उनसे मांगने तो जा नहीं रहे हैं, लेकिन हर जगह पैसा काम नहीं … Read more

“अनकहा दर्द” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

मानसी तकिये में सर छुपा कर फूट फूट कर रोने लगी। रोने के सिवाय कर भी क्या सकती थी उसके पास कोई और चारा भी नहीं था।? रोहन कह रहा था।मम्मी आपके बिना मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता कल आप चली जाओगी, बोलो ना फिरकब आओगी, मेरा यहां बिल्कुल मन नहीं लगताऔर वह कहते कहते … Read more

जीवन की इस ढलती सांझ में उन्हें आपसे क्या चाहिए – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

 राजन घड़ी दो घड़ी बस आपका साथ आप उनसे उनका थोड़ा बहुत हाल पूछ लो उनके पास बैठकर प्यार से बात कर लो इसके अलावा उन्हें नहीं चाहिए कुछ, क्यों पेंडुलम की तरह नचा रहे हो दोनों भाई अपने ही पिता को। लेकिन राधिका मैं पिछले 6 महीने से पापा को अपने साथ रख रहा … Read more

अपना सा मुंह लेकर रह जाना – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

राधा अपने बेटे को तीन-चार बार फोन मिला चुकी थी, लेकिन उधर से कोई जवाब ही नहीं आ रहा था घंटी जरूर जा रही थी थोड़ी देर में उसने दोबारा फोन मिलाया तो उधर से राजन की आवाज आई मां आप बार-बार फोन क्यों करती रहती हो मेरी मीटिंग चल रही थी मुझे डिस्टर्ब मत … Read more

“भाभी” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

वो भाभी है मेरी आकाश, जीवन के इस मोड़ पर मैं उन्हें अकेला कैसे छोड़ दूं? पता नहीं किन कर्मों का फल मिल रहा है इन्हें , मैंने अपने जीवन में इतनी सहृदय औरत को आज तक नहीं देखा। भगवान भी अच्छे लोगों की इतनी परीक्षा जाने क्यों लेता है? लेकिन नेहा सोचो तो वो … Read more

“बहू चाहे कितना भी कर ले.वह बेटी नहीं बन सकती।” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

तुम तो रहने ही दो राघव मुझसे बात मत करो, मम्मी जी की गलती तुम्हें दिखाई ही कहां देती है हर बात पर मुझे ही समझाते रहते हो। जिस दिन से तुम्हारे घर में आई हूं समझौते ही तो करती आई हूं। तुम्हारे जैसे मातृभक्त बेटों की तो शादी ही नहीं होनी चाहिए। मेरी हैसियत … Read more

“अपमान” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

कब तक अपमान का घूंट पीती रहोगी कावेरी, अब मैं तुम्हारी एक नहीं सुनूंगा, तुम्हें मेरे साथ चलना ही होगा  इन लोगों ने विकास के सामने ही तुम्हें कितनी प्रताड़नाए दी हैं भूल गई क्या ?अब वो दुनिया में नहीं है तो किसके सहारे यहां जीवन बिताओगी। अभी तुम्हारे मां-बाप जिंदा है हम तुम्हें हरगिज़ … Read more

अपने आत्मसम्मान को हर रिश्ते से ऊपर रखना। – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

सुधा ने अपने छोटे-से घर में कदम रखा। उसकी सासु मां, मीना देवी, चाय का कप लेकर उसके लिए इंतजार कर रही थीं। सुधा के चेहरे पर चिंता और थकान साफ झलक रही थी। मीना देवी ने ध्यान से देखा और पूछा, “क्या हुआ बेटा, इतना परेशान क्यों दिख रही हो?” सुधा ने गहरी सांस … Read more

मन का रिश्ता – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

जिंदगी भी कैसे-कैसे रंग दिखाती है पार्वती, कोई सोच भी नहीं सकता, मैंने तो कभी कल्पना भी नहीं की थी कि अपना आखिरी समय मैं उस लड़की के घर बिताऊंगा जिसके लिए मैंने कभी दो शब्द भी प्यार के नहीं बोले, तुम्हें भी तुम्हारे दोनों बेटे और यहां तक की खुद मैंने भी सुकन्या के … Read more

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