जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो क्यों बर्दाश्त करूंँ – मुकुन्द लाल : hindi stories with moral
hindi stories with moral : ‘अश्वजीत और तिलक एक ही विभाग के दफ्तर में काम करते थे। दोनों के परिवारों के सदस्यों का एक-दूसरे के घरों में आना-जाना लगा ही रहता था। तिलक की पत्नी शुभाश्री अश्वजीत की पत्नी स्तुति से अधिक खूबसूरत थी। दोनों की शादी हुए भी अधिक समय नहीं हुए थे। अश्वजीत … Read more