रिक्त स्थान (भाग 23) – गरिमा जैन

साहब आपसे मल्होत्रा साहब मिलने आए हैं ।” अरे तो उन्हें बाहर क्यों खड़ा रखा है, अंदर लेकर आओ। “आइए आइए मल्होत्रा साहब बैठिए और बताइए क्या हाल-चाल ,आज हमारे गरीब खाने पर कैसे आना हुआ!!” तभी ऊपर से जितेंद्र उतरता है “ अरे मल्होत्रा अंकल नमस्ते और बताइए सब हाल-चाल ठीक है!!” ” मुझे … Read more

रिक्त स्थान (भाग 22) – गरिमा जैन

जितेंद्र अच्छे से जानता था कि नैना को उसके बिल से कैसे बाहर निकालना है!! आज उसका गुस्सा चरम सीमा पर था!! सारे झरना देखने जाते तो हैं लेकिन जितेंद्र वहां पूरे समय खोया खोया रहता है और रेखा की निगाहें सिर्फ जितेंद्र पर थी । जब भी जितेंद्र दुखी होता, उदास होता ,तो रेखा … Read more

रिक्त स्थान (भाग 21) – गरिमा जैन

मौसम बहुत खुशनुमा था ,साथ ही जितेंद्र भी खूब रोमांटिक मूड में था ।रेखा जितेंद्र को देखकर बहुत खुश थी ।आगे की सीट पर रेखा और जितेंद्र बैठे थे और पीछे आया जानू को लेकर बैठी थी। रेखा को ऐसा महसूस हो रहा था कि उसका परिवार आज पूरा हो गया है। जितेंद्र बहुत अच्छे … Read more

रिक्त स्थान (भाग 20) – गरिमा जैन

जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है ।रेखा और जितेंद्र के स्वास्थ्य में काफी सुधार हो चुका है। अगले हफ्ते से रेखा को फिर से जितेंद्र की कंपनी में काम करने जाना है। उसके फोटो शूट होंगे ,नया ऐड कंपेन भी लॉन्च होगा ।रेखा थोड़ी घबराई हुई है। क्या वह पहले की तरह काम कर … Read more

रिक्त स्थान (भाग 19) – गरिमा जैन

पता है रेखा मैं ,पूनम, स्वाति, नैना सब बचपन में एक साथ, एक ही स्कूल में पढ़ते थे । नैना हमारे ग्रुप में नहीं थी लेकिन हमारी अच्छी दोस्त जरूर थी। नैना बचपन में ऐसी नहीं थी जैसी वह बड़ी होकर बन गई लेकिन इसमें उसकी भी क्या गलती थी!!मुझे आज भी याद है हम … Read more

रिक्त स्थान (भाग 18) – गरिमा जैन

आज बहुत खुशी का दिन है ।आज रेखा और जीतेंद्र दोनों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज मिल गया है। रेखा कितने दिनों के बाद आज अपने घर में इत्मीनान की नींद सोएगी लेकिन जितेंद्र को रात में नींद नहीं आ रही ।उसे रेखा से ढेरों बातें करनी है , रेखा को कितना कुछ बताना है ।उसके … Read more

रिक्त स्थान (भाग 17) – गरिमा जैन

रात के 1:00 बज चुके थे। अचानक रूपा को इंस्पेक्टर विक्रम का फोन आता है ।रूपा चौक जाती है!! विक्रम गंभीर आवाज में कहते हैं “रूपा क्या तुम रेखा के मां-बाप को लेकर चौराहे तक आ सकती हो? मैं यही पुलिस की गाड़ी में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं  । “क्या हो गया जीजू! सब … Read more

रिक्त स्थान (भाग 16) – गरिमा जैन

रूपा मैं विक्रम बोल रहा हूं जल्दी करो फॉरेन पुलिस थाने आ जाओ। बहुत जरूरी बात तुम्हें बतानी है ।रूपा 15 मिनट के अंदर इंस्पेक्टर विक्रम के साथ थी। “रूपा देखो एक और मेल आई है , किडनैपर की तरफ से!! हम इसे कई बार देख रहे हैं ,इसमें रेखा कुछ अजीब से शब्द बड़बड़ा … Read more

रिक्त स्थान (भाग 15) – गरिमा जैन

हेलो रूपा मैं विक्रम बोल रहा हूं । मैं जो भी कह रहा हूं वह ध्यान से सुनना। यह केस इस समय बहुत नाजुक मोड़ पर है। हमें स्वाति का पता किसी हाल में भी लगाना है ।मेरे खबरी ने हमें बताया है कि शायद स्वाति किसी रिहैब सेंटर में इस वक्त भर्ती है। उसने … Read more

रिक्त स्थान (भाग 14) – गरिमा जैन

सुबह-सुबह रूपा का फोन आता है। वह बहुत खुश लग रही थी ।”रेखा एक खुशखबरी है, विक्रम जीजू का फोन आया था ।वह बता रहे थे कि एक काले रंग की मर्सिडीज गाड़ी दोनों सीसीटीवी कैमरे में जितेंद्र की कार के पीछे चलती देखी गई है। शायद कोई सुराग मिल सके!” रेखा या सुनकर बहुत … Read more

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