भटकन – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

गरीब घर में भले ही जन्म लिया था पूजा ने पर सौंदर्य,आवाज और व्यवहार कुशलता में उससे अमीर कोई दूसरा न था।रूप की खान थी वो, गाती भी बहुत मधुर थी, सुनने वाले सम्मोहित हो जाते और व्यवहार कुशल ऐसी जो मिलता उसका मुरीद बन जाता। उसकी सखियां उसे छेड़ती अक्सर…जो भी तुझसे शादी करेगा, … Read more

पछतावा – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

श्रेया!कहां हो तुम,तैयार नहीं हुई अभी?पुलकित कमरे में आता बोला। पुलकित ने देखा कि उसकी पत्नी श्रेया अभी भी मोबाइल में लगी हुई थी…घर के ही कपड़े पहने थे अभी उसने..उसका पारा चढ़ गया… मैं बेवकूफ हूं क्या जो तुम मेरी बात को सुनती ही नहीं कभी?जब देखो मोबाइल में घुसी रहती हो…अब क्या कर … Read more

लकी चार्म – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

प्राची बहुत खुश थी कि आज वो अपने पति रवि के साथ अकेले ही पिकनिक पर जाने वाली थी,संयुक्त परिवार में कभी कोई कभी कोई संग जाता ही था और प्राची कुछ पल अकेले होने को तरसती। वो निकल ही रहे थे कि प्राची की विधवा ननद शांति ने कहा..भाभी!लौटते वक्त मेरे लिए ये मेडिसिन … Read more

देख रहा है वो सब – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

गायन प्रतियोगिता में प्रथम…पूर्वी माथुर। नृत्य नाटिका में सबसे अच्छा नृत्य रहा..पूर्वी एंड टीम… पूर्वी का नाम बार बार बोला जा रहा था और वो मुस्कुराती हुई मंच तक जाती और अपना पुरस्कार ग्रहण करती। ये लड़की है या जादूगर?दिखने में भी खूबसूरत,इतनी टैलेंटेड,हर काम में प्रथम ही आ रही है…शालिनी वर्मा जी मंत्रमुग्ध हुई … Read more

कायापलट – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रमेश गुस्से में अपनी पत्नी पर चीखा…कैसी फूहड़ हो तुम,किस दिन अक्ल आएगी तुम्हें?आएगी भी या नहीं कभी? लेकिन मैंने किया क्या है?कांपती आवाज़ में सुमन बोली। आज सब्जी में नमक डाला था या नमक के डिब्बे में सब्ज़ी?कितनी मजाक बनवाई मेरी मेरे ऑफिस में?सब कहने लगे…भाभीजी के हाथों में नमक कुछ ज्यादा है?बड़ी नमकीन … Read more

झिझक – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

ऋतु की पक्की सहेली वर्षा का जन्मदिन आनेवाला था,बड़े स्तर पर मनाने वाली थी वो अपना बर्थडे,कार्ड छप चुके थे,निमंत्रण जा चुके थे,वर्षा ने विशेष अनुरोध किया था ऋतु से कि वो एक दिन पहले ही उसके घर आ जाए,उसके साथ तैयारी करने में उसे बहुत मजा आएगा। ऋतु खुशी खुशी सब तैयारी कर रही … Read more

पराया अपना क्यों लगता है? – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

कोई है? हेलो! कोई है अंदर? नेहा खुले दरवाजे को देखती उस अनजाने घर में घुसती चली जा रही थी। बड़ी सुंदरता से डेकोरेट हो रखा है ये घर..जिसका भी है उसका सुरुचिपूर्ण स्वभाव है,उसने प्रशंसा के भाव लाते इधर उधर झांका पर कोई दिख नहीं रहा था वहां। जिज्ञासा से वो एक अधखुले कमरे … Read more

बहू और बेटी में फर्क क्यों? – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

बहु, बहु…सीमा जी की आवाज तेज हुई जा रही थी। आई मांजी, मिनी ने चेतन से खुद को छुडाना चाहा, छोड़िए माँजी बुला रही हैं चेतन, उसका पति: अब तो हमारे पास रुकना भी नही चाहतीं, पहले कैसे रूठ जाती थीं पल भर भी न मिलूं तो। मिनी: हंसते हुए, ज्यादा बातें न बनाइये, डांट … Read more

दोषी कौन – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

डॉक्टर अंकल!जल्दी आइए…साहब की तबियत काफी बिगड़ गई है ..पूनम की घबराई आवाज सुनकर डॉक्टर श्रीधर जल्दी ही अपना बैग संभालते घर से निकल पड़े। श्रीधर और सुधीर सक्सैना बहुत करीबी दोस्त थे,सुधीर जी को डायबिटीज थी और वो अक्सर चोरी छिपे मीठा खा लेते और शुगर शूटअप हो जाती थी और उनकी तबियत बिगड़ … Read more

न्याय – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

राजा सूरज भान और रानी रूपमती का प्रेम सब जानते थे,रानी अपने नाम के अनुरूप सुंदरता की खान थीं और राजा की प्रेयसी,मित्र,हमदर्द और सबसे बड़ी सलाहकार। राजा उनपर बहुत विश्वास करते,हर वक्त उन्हें अपने साथ रखते,उनके खिलाफ,जाहिर है,कभी कुछ न सुनते। रानी को भी धीरे धीरे अहंकार होने लगा और उनका दुर्व्यवहार जनता से … Read more

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