ये कैसा नाता? – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 48

“मां, मैं अभी शादी नहीं करूंगी…अभी मेरी पढ़ाई पूरी नहीं हुई है…कितनी बार आपको कहा मैंने…” रुचि ,अपनी मां ममता का विरोध करती बोली जब उन्होंने राजेश का रिश्ता उसके लिए बताया। ममता को गुस्सा आ गया था…”कितनी बार कह चुकी हूं कि तेरे पापा वहां" हां "कह चुके हैं,अब कुछ नही हो सकता… मैं … Read more

विधि का विधान – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 91

ऋतु और उसका भाई अजीत आपस में लड़ रहे थे,ऋतु का कहना था कि इस बार छुट्टियों में वो गोवा घूमने जायेंगे,उसकी कितनी सहेलियां वहां के किस्से सुनाती थीं अक्सर उसे ,पर अजीत चाहता था कि वो लोग मुंबई जाएं। आखिर अजीत की बात ही सुनी गई और वो खंडाला चले गए।ऋतु किलस उठी थी,हर … Read more

तुम मेरे हो – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

राशि अपने नाम के अनुरूप सौंदर्य की अप्रतिम राशि ही थी,विधाता ने बड़े फुरसत में गढ़ा था उसे,बड़ी बड़ी कजरारी आंखें, सुत्वा नाक,गुलाब की पंखुरी जैसे होंठ और आबनूसी काले,सिल्की बाल बस उसकी तकदीर लिखने में विधाता थोड़ी कंजूसी कर गए।छोटी सी थी कि उसकी मां महामारी की चपेट में आकर चल बसी,पिता ने दूसरी … Read more

दुर्दशा – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T105042.754

अचानक जलाई गई लाइट से,रामस्वरूप जी की आंखें चौंधिया उठीं,नजर उठा के देखा उन्होंने,पड़ोस वाली बिट्टी ने आकर लाइट जला दी थी उनके कमरे की। “कब तक यूं ही अंधेरों में बैठकर इंतजार करोगे दादू,आपके बच्चे नहीं आयेंगे अब?” बिट्टी ने कहा तो राम स्वरूप बौखला गए,”हमेशा बुरा ही बोलेगी,अच्छा नहीं बोल सकती कभी?” “कई … Read more

मेरी बहुरानी – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 56

सारे सपने चकनाचूर हो गए थे अक्षता के, जब उसके बेटे साहिल ने शिया को पसंद किया अपनी जीवनसाथी के लिए। अक्षता के दिमाग में बहू की एक तस्वीर फिट थी बहुत पहले से,प्यारी सी,छोटे कद की गुडिया सी,गोरी,शर्मीली,धीमे धीमे बोलने और चलने उठने वाली,संस्कारों वाली बहुरानी पर शिया तो जैसे उससे बिल्कुल उलट थी। … Read more

कैसा ये प्यार है! – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 97

हॉस्पिटल के बाहर तक उसकी चीखों की आवाज़ गूंज रही थी,उसे मिले जख्मों के दर्द की टीस थी भी बहुत ज्यादा,उसकी बूढ़ी,बीमार मां ही उसके सिरहाने बैठी उसे सहला रही थी,मां की आंखें गंगा जमना बन कर बह रही थीं, पेट की जाई औलाद का दर्द सहन जो नहीं कर पा रही थी वो,और दुख … Read more

विश्वासघात – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 36

शिप्रा और मनोज की दोस्ती पूरे कॉलेज में प्रसिद्ध थी,साथ ही साथ एम एस सी की थी दोनो ने,फिर पी एच डी और पोस्ट डॉक।इतना लंबा साथ था,मनोज शिप्रा पर जान छिड़कता,उसका कहा हर वाक्य उसके लिए ब्रह्म वाक्य से कम नहीं होता लेकिन शिप्रा,शायद उसके साथ उतनी सीरियस नहीं थी। इसकी भी एक वजह … Read more

टूटता विश्वास,बिखरता रिश्ता – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 2

सड़क पर आज प्रेमा को किसीने आवाज़ दी तो वो पलटी…ये कौन हैं,चेहरा देखा भाला लगा,आवाज भी सुनी हुई सी पर कौन हैं,नाम न याद आ पाया। “नहीं पहचाना?”वो बोले,” मै मिस्टर पुरोहित,आपका पड़ोसी,हम द्वारका में संग रहते थे।” “ओह!आकाश पुरोहित भाईसाब!” प्रेमा के मुंह से निकला,”आप तो एकदम बदल गए,कहां इतने रोबीले लगते थे,यूनिफॉर्म … Read more

परिवर्तन – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 46

तालियों की गड़गड़ाहट के बीच,शारदा देवी को मंच पर बुलाया गया और उन्हें बेस्ट समाज सेविका की पदवी से सुशोभित किया गया। पिछतर वर्ष की आयु में भी वो कितने सुचारू रूप से समाज कल्याण में व्यस्त थीं,गरीब लड़कियों की सामूहिक शादी कराना,छोटे बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिलाना उनके प्रमुख काम थे। ओ कार्यक्रम के … Read more

विनम्र सफलता – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 2

“अरे सुना!मिसेज बंसल के बेटे आयुष ने टॉप किया है…” शोभित ने कहा तो मानसी के हाथ से चाय छलकते बची। “आयुष ने टॉप किया है?क्या नीचे से?” वो हंसी। “मजाक नहीं बिलकुल सच कह रहा हूं,अभी मिली थीं वो रास्ते में,तभी उन्होंने खुद बताया।” “अच्छा!!”,मानसी सोच में पड़ गई,वो तो बिलकुल सामान्य बच्चा था,कभी … Read more

error: Content is Copyright protected !!