उपहार (भाग-3) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

दोनों की सीट अगल-बगल हो गई। दक्षिणा और मुकुल ने जब कार्य शुरू किया तो सबसे अधिक परेशानी उन्हें हुई जो रिश्वत देकर गलत सुविधा पाने के आदी हो चुके थे। रिश्वत के प्रलोभनों के दाने फेक जाने लगे।  शीघ्र ही सबको समझ में आ गया कि यदि उनके द्वारा प्रस्तुत किये गए सभी कागजात … Read more

उपहार (भाग-2) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

समारोह में दक्षिणा से मिलकर अहिल्या बहुत खुश हुई। जब मुकुल ने उसे अहिल्या और बच्चों से मिलाया तो उसने तुरंत ऑफिस के एक लड़के को बुलाया – ” दीपक, आज मैंने अपनी सहेली और बच्चों को बुलाया है। इसलिये मुकुल जी के साथ मिलकर यहाॅ की व्यवस्था सम्हाल लेना। अच्छे से काम करना मुकुल … Read more

उपहार (भाग-1) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

जब से अहिल्या दक्षिणा से मिलकर आई है मुकुल का मन बार-बार कर रहा है कि वह चुपचाप जाकर दूर से दक्षिणा को देख आये । दक्षिणा की प्यारी हॅसी उसके कानों में गूॅज रही थी, नेत्रों की तरलता साकार रूप धरकर  बाॅहें फैलाए उसके गले लगने को आतुर थीं, राज को छुपाने वाले बन्द … Read more

एक भूल …(भाग-20) एवं अन्तिम – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• रामलला घर में आये तो शिवाकान्त शुक्ल के परिवार की समृद्धि के द्वार खुलते गये। वह टूटा फूटा मकान धीरे धीरे हवेली में बदल गया लेकिन घर के पूजा वाले कमरे का फर्श सदैव वैसा ही ईंटों वाला ही रहा। आधुनिकता के  सारे साधन घर में आते गये लेकिन घर के मुखिया … Read more

एक भूल …(भाग-19) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• सांकल की धीमी आवाज सुनकर वह पुत्र को वैसे ही गोद में उठाये द्वार की ओर दौड़ी, तब तक दुबारा सांकल बजी साथ ही शिवाकान्त का स्वर सुनाई दिया – ” कालिन्दी, जल्दी द्वार खोलो।” द्वार खोलते ही कालिन्दी के होश उड़ गये, उसके सामने खड़ा एक सैनिक कालिन्दी को परे हटाकर … Read more

एक भूल …(भाग-18) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••• संदलपुर के एक अति धनी और वैभवशाली परिवार में एक वृद्ध जानकी रमण जीवन की अन्तिम यात्रा की ओर बढ़ रहा था। आज उसने अपने जीवन के पिचहतर वर्ष पूर्ण कर लिये थे। वार्ध्क्य उसके केशों से भले ही प्रकट हो रहा था लेकिन उसके चेहरे और ऑखों में तेज दमक रहा … Read more

एक भूल …(भाग-17) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• महारानी को राजमहल वापस लाने का दायित्व उनकी प्रिय सखी पर डालकर युवराज आखेट के लिये चले गये। उन्हें पता था कि उनके सारे कृत्य महारानी के समक्ष उजागर हो चुके हैं और क्रोध के आवेश में आज तो उन्होंने बहुत अधित अनुचित व्यवहार किया है। साथ ही वह जानते थे कि … Read more

एक भूल …(भाग-16) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• महारानी के नेत्रों में एक बार फिर से सत्ता का गौरव लहराने लगा। उन्होंने प्रजा को वहीं रुकने को कहा और स्वयं भी मन्दिर की सीढियों पर सामान्य नारी की तरह बैठ गई। उनके सामने जन समुदाय था। महारानी ने जन समुदाय को सम्बोधित करते हुये कहा – ” आप सबका अपराधी … Read more

एक भूल …(भाग-15) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••• चयन प्रक्रिया का तीसरा दिवस व्यतीत हो चुका था परंतु महारानी को अभी उत्तराधिकारी की प्राप्ति नहीं हुई थी। मंत्री, सेनापति आदि विस्मय से देख रहे थे कि आखिर महारानी इस प्रश्न के माध्यम से बच्चों में क्या ढूंढ रही हैं? तभी एक सात वर्षीय बालक महारानी के समक्ष उपस्थित हुआ – … Read more

एक भूल …(भाग-14) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••••• प्रजा के आग्रह और निवेदन से सोलह वर्ष की कोमल कलिका सी राजकुमारी मोहना शासन की बागडोर पकड़ कर गरिमामयी महारानी बन गई। रामलला की मोहक छवि में राजकुमार को निहारते और पूजते हुये बाल्यावस्था और किशोरावस्था पार किया था । जब यौवन के द्वार पर खड़े होकर राजकुमार के मिलन की … Read more

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