समाधि (भाग-9) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

पिछले अंक ( 08 ) का अन्तिम पैराग्राफ ••••••••• *********************************** एकलव्य के होंठों पर एक फीकी मुस्कराहट तैर गई – ” यह तो एक दिन होना ही था सिम्मी। तुम्हें तो कुछ पता नहीं था, तुम तो एक अपराधी का पीछा कर रही थीं। जबकि मुझे तो शुरू से सब पता था और मैं तुम्हारे … Read more

समाधि (भाग-8) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

****** पिछले अंक ( 07 ) का अन्तिम पैराग्राफ ••••••••• **************************** इसके बाद पुलिस टीम ढाबे के मालिक के बताये अनुसार धीरे धीरे ढाबे के पीछे बने स्टोर नुमा उस छोटे से कमरे की ओर बढ गये जहॉ सभी अपराधी निश्चिन्त होकर बातों में मशगूल थे। पिछली सभी सफल मीटिंगों के कारण वे सब सोंच … Read more

समाधि (भाग-7) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

***** पिछले अंक ( 06 ) का अन्तिम पैराग्राफ ••••• ************************************ ” मैं यह सब कुछ नहीं जानता लेकिन खतरनाक अभियान जैसे मुठभेड़, छापा मारने के लिये जाते समय तुम मुझे मैसेज कर देना। अपने प्यार के लिये क्या इतना नहीं कर सकती? तुम्हारा मैसेज पढकर भी न तो मैं तुम्हें फोन करूॅगा और न … Read more

समाधि (भाग-6) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

***** पिछले अंक ( 05 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••• *******************************समाधि और सभी घर वालों ने अनुभव किया कि दिल्ली जाकर शुरू में तो एकलव्य ठीक रहा। जल्दी जल्दी घर भी आता था और लगातार सबसे फोन पर भी बात करता था लेकिन धीरे धीरे उसके फोन आने भी कम हो गये और उसने घर … Read more

समाधि (भाग-5) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

***** पिछले अंक ( 04 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••• एकलव्य ने समाधि का चेहरा दोनों हथेलियों में भर लिया और अपने अधर उसकी बन्द पलकों पर रख दिये। दोनों की सॉसें एक दूसरे के दिलों के भीतर समाने लगीं। शब्द तो मौन थे लेकिन धड़कनों का शोर बढता जा रहा था। अब आगे ••••• … Read more

समाधि (भाग-4) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

****** पिछले अंक ( 03 )का अन्तिम पैराग्राफ •••••••• वह जानता था कि दोनों परिवारों में किसी को इस सम्बन्ध में आपत्ति होगी तो केवल समाधि को। मम्मी और पापा उसे अपनी बेटी ही मानते हैं।इसलिये वह किसी से कुछ कहने के पहले इस दुविधा को दूर करना चाहता था। यदि समाधि ने उसका प्यार … Read more

समाधि (भाग-3) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

पिछले अंक ( 02 )  का अन्तिम पैराग्राफ ••••••• ********************************* मौली के पीछे छुपे छुपे ही सिम्मी कहती – ” आंटी, यह अभी आपकी और अंकल की बात नहीं सुन रहा है। पढ़ेगा लिखेगा नहीं, तो इसको नौकरी भी नहीं मिलेगी। आपको क्या करना आगे चलकर खुद ही रोयेगा। आप लोग इसको मूॅगफली की रेहड़ी … Read more

समाधि (भाग-2) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

पिछले अंक ( 01 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••••••• गिरीश के माता पिता भी जब इच्छा हो कानपुर उन लोगों के पास आ जाया करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर सिम्मी और रत्ना भी गिरीश की अनुपस्थिति में भी उन लोगों के पास चले जाया करेंगे। यही सब सोंचकर गिरीश और रत्ना ने एक नई बनी … Read more

समाधि (भाग-1) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

इसी रविवार को  समाधि का बेटा अस्तित्व लेफ्टीनेंट की ट्रेनिंग के लिये जाने वाला है लेकिन उसके पहले उसको अपने बेटे से किया हुआ अपना वादा पूरा करना है। जाने के पहले समाधि को उसे उसके जीवन की सच्चाई बतानी है। उसे आज भी याद है वह दिन जब रक्तदान करके आये इन्टरमीडिएट के छात्र … Read more

एक पाप, एक अधर्म – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

देवार्चन की समझ में नहीं आ रहा था कि उसने जो किया है वह गलत है या सही। कुछ लोग उसके इस कार्य के लिये उसे पापी और विधर्मी भी कह सकते हैं लेकिन उसके मन में कोई ग्लानि या अपराध बोध नहीं है बल्कि उसके मन में सन्तोष और तृप्ति का उजाला फैला है। … Read more

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