पश्चाताप के ऑसू – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

सरला आज बेहद परेशान थी। अपने ही कोख जाये के कृत्य से वह शर्म से गड़ी जा रही थी। उसे लगा कि उसके अपने ही बेटे ने उसे वस्त्रहीन कर दिया है। जगदीश के पिता कामता प्रसाद रामपुर गॉव में पोस्ट मास्टर थे। अजय और जगदीश का बचपन साथ ही बीता था। कक्षा आठ तक … Read more

भाभी – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

***** पूरा परिवार पति, सास, ससुर और ननद के साथ उसके मायके वाले भी क्रोध से आग बबूला हो रहे थे और उन सबके सामने अपराधी की तरह सिर झुकाये खड़ी थी तुलसी। ननद राशि फूट फूटकर रोती हुई कह रही थी – ” भइया, पूॅछिये इस बेशर्म औरत से कि क्यों किया इसने ऐसा? … Read more

गॉठ – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

मधुरिमा की शादी के तीसरे दिन ही उसकी सास रुक्मिणी बाथरूम में गिर गईं तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कमर से नीचे तक पूरा प्लास्टर चढ़ा होने के कारण उन्हें कम से कम तीन महीने का बेड रेस्ट कह दिया गया। इतना सुनते ही सभी मेहमान जल्दी से जल्दी घर से जाने की … Read more

नाटक – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

****** नई नवेली मण्डिता ने दुल्हन के रूप में जब ससुराल में कदम रखा तो सहेली और बड़ी बहन जैसी जेठानी स्वाति को पाकर बहुत खुश थी। पढाई और नौकरी के कारण उसे तो घरेलू काम बिल्कुल नहीं आते थे लेकिन स्वाति के कारण उसे नये घर में बिल्कुल परेशानी नहीं हुई। मण्डिता ऑफिस जाने … Read more

आखिरी फैसला – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

मायके से पॉच महीने के हार्दिक को लेकर लौटी मैथिली को स्टेशन पर ही जब परिमल ने अपनी बॉहों में भर लिया तब वह प्रसन्नता से खिल उठी। घर आकर  बुरी तरह गन्दा और बिखरा हुआ घर देखकर उसकी सारी खुशी उड़ गई। परिमल ने जब उसे बताया कि उसके जाने के बाद कौशल्या ने … Read more

समाधि (भाग-14) (एवं अन्तिम) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

***** पिछले अंक ( 13 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••• ***************************”******** सभी को मौली का यह सुझाव पसंद आया। मौली सिसकने लगी – ” कितना अरमान था कि इस घर से तुम्हें बेटी के रूप में विदा करूॅ और उस घर में बहू के रूप में स्वागत करूॅ लेकिन पता नहीं किसकी नजर लग गई … Read more

समाधि (भाग-13) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

************** पिछले अंक (12 ) का अन्तिम पैराग्राफ ********************************* उसने और शशांक ने अपनी जेब के सारे पैसे निकाल कर बूढ़े पिता के हाथ में रख दिये। हालांकि वह ले नहीं रहे थे लेकिन समाधि ने उनके दोनों हाथ पकड़ कर सिर से लगा लिया – ” अमरेन्द्र देते तो क्या आप न लेते? मैं … Read more

समाधि (भाग-12) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

****** पिछले अंक ( 11  का अन्तिम पैराग्राफ ••••••• सभी जानते थे कि यह व्यक्ति  झूठ बोल रहा है लेकिन चूंकि वह भी बहुत घायल था और इस घायल अवस्था में डॉक्टर अधिक कुछ पूॅछने की इजाजत नहीं दे रहे थे। उसके शरीर से बहुत खून बह चुका था, वह बार बार बेहोश हो जाता … Read more

समाधि (भाग-11) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

पिछले अंक ( 10 ) का अन्तिम पैराग्राफ •••••• ***********”********************** राहुल और एकलव्य के बाद यह कहानी समाप्त हो जानी थी। समाधि भी सब कुछ भूलकर अपने सीने में दफन कर लेगी। इतना विचार आते ही जैसे उसके शरीर और मस्तिष्क में बिजली दौड़ गई। उसे क्या करना है, उसके सामने स्पष्ट हो गया। अब … Read more

समाधि (भाग-10) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

पिछले अंक ( 09 )  का अन्तिम पैराग्राफ •••••••• **********************************” दरवाजा खोलते ही जब तक वे तीनों आगे बढ़ते तब तक अपने साथियों को घायल और मृत देखकर समाधि ने राहुल और उसके एक साथी को गोली मार दी। एकलव्य भागकर कमरे में रखे ड्रम के पीछे छुप गया। अब आगे •••••••• **************** एकलव्य नहीं … Read more

error: Content is protected !!