नारी का पुरुषार्थ – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
रवि,क्या मेरी एक बात मान लोगे? बोलो ना,सुमन तुम जो कहोगी मैं करूँगा। देखो मैंने ये प्राइवेट रूप में इंटर करने के लिये फॉर्म मंगवाया है, इसे भर कर भेजना है।सब पुस्तके मैं मंगवा दूंगी, पर पढ़ना तो पड़ेगा।बाद में एग्जाम होंगे।देखना तुम निश्चित रूप से सफल होंगे।फिर मैं हूँ ना। क्या तुम चाहती हो … Read more