मेरा पति सिर्फ मेरा है –  मनीषा भरतीया

रमा और उसके पति हर साल गर्मी की छुट्टियों में बच्चों के साथ कहीं ना कहीं छुट्टियां मनाने जरूर जाते थे इस साल उन्होंने ऊटी जाने का प्लान बनाया था। ऊटी जाने के लिए बच्चे भी बहुत खुश है लेकिन इस बार रमा घूमने अकेले नहीं जा रही थी बल्कि अपने सास-ससुर को भी अपने … Read more

गोवा का जादुई जिन्न – पूजा मनोज अग्रवाल

पिछ्ले हफ्ते हम अपने पति के साथ गोवा घूमने आये थे ,, ट्रिप के लास्ट डे का प्लान था पानी मे कैंडोलिम बीच पर मस्तीखोरी करना । मुझे वैसे भी ताल – तैलैया , नदियां – झीलें , झरने  व  समुद्र मतलब जलीय स्थान बहुत पसंद है,,,, इसके बाद शाम सात बजे हमारी गोवा से … Read more

“ताना” – मीनाक्षी राय

यह एक कहानी का शीर्षक है,जहां पर एक लड़की मीत  है, जो अपने ससुराल जाती है | उसके ससुराल वाले को पता चलता है कि इसकी बहन ने अलग जाति के लड़के  से शादी कर ली है, तो बहू को किन किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है | इसको मैंने एक कहानी का रूप … Read more

एक टुकड़ा ख्वाब – श्वेता शर्मा

भारत सरकार के द्वारा पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है । इसी क्रम में मेरे विभाग को  कॉलेज के छात्रों के बीच एक प्रश्नोत्तरी करवाने का निर्देश हुआ । तो लग गयी हमारी पूरी टीम भारत सरकार के हुक्म को मानने मे। चूंकि आदेश सरकारी था सो सारे नियमित काम … Read more

घरेलू सपने – अनुपमा

रचना उठो चाय पी लो आकाश ने रचना को आवाज दी तो रचना ने आंख खोल के देखा सामने आकाश हाथ मैं चाय और बिस्कुट की ट्रे लेकर खड़ा था ,रचना बड़े आश्चर्य से आकाश की तरफ देखा तो आकाश मुस्कराने लगा और उसके गाल पर प्यार से चपत लगा दी और कहा जल्दी से … Read more

मोर पंख के 5 चमत्कारी उपाय

सनातन धर्म मे मोर पंख के महत्व से तो आप परिचित ही होंगे परंतु आज मैं आप सभी को इसके प्रयोग से होने वाले लाभों से भी परिचित कराती हूं ।  मोर पंख भगवान श्री कृष्ण, श्री गणेश और श्री कार्तिकेय जी को अत्यंत प्रिय है । यदि हम इसके प्रयोग की सही विधि जान … Read more

कुबेर सखा – एक मसीहा ” रीमा महेंद्र ठाकुर

आबादी से दूर एक कुटिया नजर आ रही थी!  संध्या बेला,  सुमन अपनी नन्ही बिटिया,श्रमिका की ऊंगली थामे कुटिया की ओर बडे बडे डग भरती, अंधेरा होने से पहले पहुंचने की चेष्टा कर रही थी!  गुरु जी ने सूरज ढलने से पहले उसे बुलाया था!  यदि देर हो गई तो श्राप भी दे सकते है,  … Read more

हौसला एक पिता का – अनुपमा #लघुकथा

बहुत सुदूर प्रकृति की गोद मैं एक छोटा सा गांव था ,बहुत ही दुर्गम पहाड़ी इलाका था , वहां तक पहुंचने के लिए ही आठ दिन लगते थे वो भी पैदल पक्की सड़क से , हर वक्त बारिश और ठंड हो रही होती थी वहां। जब पूरे देश मैं लॉक डाउन हुआ तो वहां की … Read more

मासूम चीख…….. नीरजा नामदेव

मुनमुन बहुत ही शांत प्रकृति की बच्ची थी।वह नौवीं कक्षा में पढ़ती थी। उसके माता-पिता सुकेश और सुजाता नौकरी करते थे। जब मुनमुन का जन्म हुआ था तब तो दोनों बहुत ही खुश थे। जैसे-जैसे मुनमुन बड़ी होती गई उसे माता-पिता की बातें कुछ कुछ समझ आने लगी थी। सुकेश और सुजाता के बीच हमेशा … Read more

बसेरा – वीणा

सुबह से ही हॉस्टल के दो चक्कर लगा चुका था वह,पर कमरे के दरवाजे पर लगा ताला मानो उसे मुँह चिढ़ा रहा था। चौकीदार से भी वह दो तीन बार पूछ चुका था। आखिर में कहाँ गई ज्योति? रह रह कर सूरज के मन में एक ही बात आ रही थी।कल शाम तक तो उसने … Read more

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