औरत ही,औरत को नहीं समझ पाती – स्मिता सिंह चौहान
Post View 825 जब देखों दस बार फोन करती हो अपने मायके। बड़े बुजुर्ग कहते है कि जो लड़कियां ससुराल की छोटी छोटी बातें अपने मायके में कहती है उनका घर कभी सुखी नहीं रहता।” जानकी जी ने अपनी बहु बिंदिया को ताना मारते हुए कहा। “माँ के पास कोई नहीं है ना। इसलिए बीच … Continue reading औरत ही,औरत को नहीं समझ पाती – स्मिता सिंह चौहान
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