और जिंदगी मुस्कुरा उठी…. – संगीता त्रिपाठी

आज रेवती जी फिर उसी चौखट पर खड़ी थी, जहाँ कई साल पहले वो दुल्हन बन कर आई थी..। इन पांच सालों में कुछ नहीं बदला, दरवाजे का नीला रंग जरूर इन पांच सालों में थोड़ा बदरंग हो गया…,उनकी जिंदगी की तरह….,दरवाजा खोल कर सासू माँ मुँह फिरा चली गई.. वो पैर ही न छू … Continue reading और जिंदगी मुस्कुरा उठी…. – संगीता त्रिपाठी