औलाद की खुशी के लिये : Moral stories in hindi

Post View 752    ” बेटा…लड़की या उसके परिवार में किसी को कोई बीमारी तो नहीं…।” गंभीरता-से शिवचरण बाबू ने सुनील से पूछा। ” नहीं अंकल….ऐसी कोई बात नहीं है…मैं उस परिवार को बहुत पहले से जानता हूँ।वे लोग बहुत सरल और शांत स्वभाव के हैं और नमिता तो मेरे ही कॉलेज़ में पढ़ती है।आप निश्चिंत … Continue reading औलाद की खुशी के लिये : Moral stories in hindi