अतीत के पन्ने

Post View 398 रागिनी की माँ ने कहा, “8 बज गए हैं अब कब सोकर उठोगी। आज ऑफिस नहीं जाना है क्या? इतनी बड़ी हो गई है फिर भी बच्चों जैसी करती रहती है।” रागिनी जल्दी से बिस्तर से उठी, “8 बज गए हैं!” कहते हुए जल्दी से बाथरूम की ओर भागी फटाफट बाथरूम से … Continue reading अतीत के पन्ने