अतीत के झरोखे से – अंशु श्री सक्सेना

Post View 1,947 हमारे ज़माने में शादी ब्याह वाले घरों में प्रेम सम्बन्धों की पौध बिना खाद-पानी के ही पनप जाया करती थी। मतलब आजकल प्रचलित टिंडर या बम्बल जैसे डेटिंग ऐप्स जैसा रुतबा इन शादी-ब्याह वाले घरों का हुआ करता था। आज मुझे ऐसी ही एक मासूम सी कहानी याद आ गई तो सोचा … Continue reading अतीत के झरोखे से – अंशु श्री सक्सेना