“आत्मनिर्भरता” –  सुधा  जैन

Post View 3,239  नेहा, सुरभि, कल्पना, आयुषी चारों सहेलियों का अपना संसार है ।महीने में एक बार चारों मिलती है। अपने सुख दुख की बातें करती है… कुछ खाती पीती हैं… और फिर अपने अपने घर चली जाती हैं। हर बार उनकी बातचीत का विषय घर ,परिवार पति , सास यही रहता है। आयुषी अपनी … Continue reading “आत्मनिर्भरता” –  सुधा  जैन