अस्सी के पार – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू
Post View 1,941 ***** कमरे से कदम निकाला ही था कि रेखा ने आवाज लगाई,कहां जा रहीं हैं ,तो रीमा हंसते हुए कहीं नहीं बस दरवाजे तक। नहीं ……… नहीं…….. चलिए अंदर कहीं नहीं जाना बहुत घूम चुकी ,कहते हुए सीढियों से उतर कर खुले गेट पर कुड़ी लगा दी। और झटपट सीढ़ियों से चढ़ … Continue reading अस्सी के पार – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू
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