अशांत… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

Post View 62,216 “दीदी अब मुझसे नहीं होगा… तुम्हें आना ही पड़ेगा…!” ” पर आकाश… मैं कैसे आऊंगी… दोनों बच्चों का क्या करूं… कहां छोड़ूं… कुछ तो सोचो…!” ” यही सब सोच सोच कर तो… इतने दिनों से अकेला सब झेल रहा हूं… पर अब नहीं… मुझे भी अपना घर देखना है… दो महीने हो … Continue reading अशांत… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi